सत्यखबर सफीदों
हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की राज्यस्तरीय परियोजना बाल सलाह परामर्श एवं कल्याण केंद्रों के अंतर्गत उपमंडल के गांव ढाठरथ में विद्यार्थियों, अभिभावकों व शिक्षकों के लिए परवरिश कौशल विषय पर आयोजित वेबीनार के माध्यम से मंडलीय बाल कल्याण अधिकारी रोहतक एवं राज्य परियोजना नोडल अधिकारी अनिल मलिक ने कहा कि अच्छी परवरिश के बेहतर नतीजे तब संभव हो सकते हैं जब हम पूरी तैयारी कर चुके होंगे और उसके लिए हमें यह सब सीखने और बेहतर प्रशिक्षण की आवश्यकता हो सकती है।
सकारात्मक मनोदृष्टि से हम चाहें तो अन्य विभिन्न राष्ट्रों के माता-पिता के परवरिश के तौर-तरीकों को अपनाकर भी अतिरिक्त गुण अर्जित करके अपनी परवरिश में ढाल सकते हैं, उसके लिए माता-पिता को गहराई से खुद की समझ विकसित करनी होगी। बच्चों के लिए हमें हर तरह के विकास हेतु बेहतर प्रयास करने होंगे, धैर्य कायम रखना होगा व बच्चे के प्रति संयम दिखाना होगा। बच्चों की बेहतर परवरिश के लिए उन्हें भावनात्मक लगाव निरंतर प्रदान करने के साथ-साथ आपसी मधुर संबंध कायम करने व बेहतर संवाद भी जरूरी है।
बच्चों की अच्छी आदत निर्माण हेतु उन्हें सीमा एवं दायरा तय करके बताना जरूरी है। इसी से बच्चा जिम्मेदार बनने के साथ-साथ आने वाले जीवन में अनुशासन की अनुपालना करना भी सीखेगा। माता-पिता बच्चों के लिए जरूरी सकारात्मक मित्रवत माहौल तैयार करें। कभी भी अपनी दबी इच्छाओं के प्रति बच्चों की चाहत को ना जगाए। कभी भी अपनी महत्वाकांक्षा बच्चों पर ना थोपे और अपने अधूरे सपने उन के माध्यम से पूरे ना करें। बच्चों की सोच के पंखों को खुलने दे, उन्हे खुला आसमान दिखाएं और उनमे चुनौतियों को अवसर में बदलने के गुर पैदा करें। इस मौके पर प्राचार्य अजीत आर्य, कार्यक्रम अधिकारी मलकीत सिंह व परामर्शदाता नीरज कुमार विशेष रूप से मौजूद थे।
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