Haryana
आचार्य तुलसी ने पर्दाप्रथा और अंधरूढिय़ों का किया घोर विरोध – सरोज कुमारी
सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) – शांतिदूत, महातपस्वी आचार्य महाश्रमण की विदुषी शिष्या शासन साध्वी सरोज कुमारी के सान्निध्य में आचार्य तुलसी का जन्मदिवस अणुअत दिवस के रूप में मनाया गया। साध्वी सरोज कुमारी ने मंगल उदबोधन में कहा कि आचार्य तुलसी धर्मक्रांति के अग्रदूत थे। उन्होंने धर्म का अणुव्रत के रूप में प्रस्तुत करते हुए […]
सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) – शांतिदूत, महातपस्वी आचार्य महाश्रमण की विदुषी शिष्या शासन साध्वी सरोज कुमारी के सान्निध्य में आचार्य तुलसी का जन्मदिवस अणुअत दिवस के रूप में मनाया गया। साध्वी सरोज कुमारी ने मंगल उदबोधन में कहा कि आचार्य तुलसी धर्मक्रांति के अग्रदूत थे। उन्होंने धर्म का अणुव्रत के रूप में प्रस्तुत करते हुए कुछ लकीरें खींचीं और कहा कि आत्महत्या, परहत्या, भू्रण हत्या न की जाएं, कर्मचारी रिश्वत न ले, विद्यार्थी नकल न करें।
उन्होंने कहा कि आचार्य तुलसी ने दहेज प्रथा, पर्दाप्रथा, बाल-विवाह एवं अंधरूढिय़ों का विरोध किया। उन्होंने अपने जीवन को मानवता की सेवा में अर्पित किया। साध्वी सोमप्रभा, पुण्ययश, बोधि प्रभा ने गीतिका, भाषण के द्वारा आचार्य तुलसी का मानवता का मसीहा क्रांतिकारी, ज्योतिर्धर, राष्ट्रसंत के रूप में अभिनन्दन किया। इस दौरान तेरापंथ सभा के द्वारा प्रश्र मंच क्विज प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रतियोगियों को पारितोषिक देकर उनको सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर नरेश जैन, राजेश जैन, संजय जैन, बिमला जैन, सुरेश, धर्मपाल, दीप, रतनलाल जैन, मन्नत जैन, कृष्ण जैन सहित अनेक जैन संप्रदाय के लोग उपस्थित रहे।