सत्यखबर, पलवल ( मुकेश कुमार )
पुलिस ने बताया कि बीते साल की 22 नवंबर को अदालत में पेशी के दौरान अंकित धामाका, रॉकी जैंदापुर, रवि व सोनू ने मिलकर हर्रो और हेमू को बेइज्जत कर मारपीट की थी। इसी रंजिश को रखते हुए जेल से ही हर्रो और हेमू ने अपने साथी सचिन खेडी खुर्द, ओमकार बढराम, सोनू रपितपुर और मन्नू उर्फ नरेन्द्र कुसलीपुर को कहा कि वे अंकित के पिता धामाका निवासी ओमप्रकाश की हत्या कर दें। जेल में बन्द हर्रो और हेमू की मोबाइल के जरिये हुई बातों के चलते 27 नवंबर को ओमप्रकाश की हत्या कर दी गई। पुलिस ने हर्रो को जेल से प्रोडेक्शन वारंट पर लेकर अदालत में पेश किया और दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया। याद रहे कि ओमप्रकाश एडवोकेट और श्यामलाल बीती 27 नवंबर की सुबह अपने गांव धामाका से बाइक पर पलवल आ रहे थे। गांव अहरवां के नजदीक बाइक और कार सवार 5-6 युवकों ने ओमप्रकाश पर ताबडतोड गोलियां बरसाई। गंभीर तौर पर घायल हुए ओमप्रकाश की 28 नवंबर की सुबह मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने मृतक ओमप्रकाश के भाई धर्मप्रकाश के बयान पर मन्नू कुशलीपुर और ओमकार बढराम सहित 5-6 युवकों को खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया। ओमप्रकाश को 4 गोलियां मारी गई। इंस्पेक्टर देवेन्द्र सिंह ने बताया की इस मामले में अभी तक मन्नू कुसलीपुर, हेमू करीमपुर, अनिल जनाचौली और ओमकार बढराम अरेस्ट किया जा चुका है। सोनू रतिपुर, सचिन खेडी और 2 अन्य आरोपियों को अरेस्ट करने के लिए पुलिस दबिश दे रही है। ओमप्रकाश मर्डर में 8 से 10 लोग शामिल हैं
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