सत्यखबर
केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध और किसान आंदोलन के समर्थन में विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने वाले इनेलो महासचिव अभय सिंह चौटाला ने नई रणनीति तैयार की है। इनेलो को हरियाणा में मजबूत करने और इसके संगठन का विस्तार करने करने के लिए वह प्रदेश भर में किसान जन जागरण अभियान चलाएंगे। वह इसके तहत पुराने कार्यकर्ताओं व नेताओं के साथ-साथ नए लोगाें को भी पार्टी से जोड़ने की कोशिश करेंगे।
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अभय की जजपा, कांग्रेस और भाजपा के असंतुष्ट नेताओं पर खास नजर
इस अभियान के तहत अभय चौटाला न केवल बिखरे हुए पार्टी संगठन को मजबूत करने का काम करेंगे, बल्कि समर्पित कार्यकर्ताओं को चिन्हित कर उन्हें संगठन में अहम जिम्मेदारियां सौंपने का खाका तैयार करेंगे। अभय चौटाला की निगाह दूसरे खासकर जजपा, कांग्रेस और भाजपा के असंतुष्ट नेताओं पर भी है। कई नेता विधानसभा चुनाव से इनेलो छोड़कर दूसरे दलों में चले गए थे।
पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान टिकट की चाह में करीब दो दर्जन पार्टी नेता और विधायक इनेलो का साथ छोड़ गए थे। अब इन नेताओं और प्रमुख कार्यकर्ताओं पर अभय चौटाला की निगाह है। अभय चौटाला न केवल प्रदेश बल्कि देश के ऐसे पहले विधायक हैं, जिन्होंने विधानसभा की सदस्यता के चार साल बाकी बचे होने के बावजूद विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। किसान संगठनों में उनके इस कदम की तारीफ हो रही है। अभय चौटाला के इस्तीफा देने के बाद बाकी राजनीतिक दलों के प्रमुख नेताओं पर पर भी नैतिक दबाव बना है।
इनेलो नेताओं का कहना है कि इससे पहले चौटाला राज्य के प्रमुख जिलों का नाप लेना चाह रहे हैं। इसके लिए उनके जिला स्तरीय कार्यक्रम फाइनल कर दिए गए हैं। छह फरवरी के किसानों के चक्का जाम को इनेलो खासकर अभय चौटाला का पूरा समर्थन रहा है। इसके बाद सात फरवरी से चौटाला जिलों में जन जागरण अभियान के लिए निकलेंगे।
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