सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) – बेशक इनैलो में चाचा-भतीजा की आपसी खींचातानी से राजनीतिक क्षेत्र में समीकरण बदलते नजर आ रहे हों, लेकिन इतना जरूर है कि कार्यकर्ताओं के सिर से अभय के खौफ का साया हटता जरूर नजर आ रहा है। इसका एक उदाहरण कलायत से इनैलो के पूर्व प्रत्याशी रहे तथा बहुत कम अंतर से हारे प्रीतम कौलेखां का दिया जा सकता है। मॉडल टाउन निवासी डॉ प्रीतम कौलेखां ने एक बातचीत में बताया कि उन्होंने इनैलो को इसलिए छोड़ा था कि अभय चौटाला का कठोर व्यवहार उनको रास नहीं आ रहा था, जबकि अजय चौटाला के वो शुरू से समर्थक रहे हैं।
यहां तक कि जननायक सेवादल के वे आजीवन सदस्य भी हैं। जहां तक इनैलो में घर वापसी की बात है, तो वो गत 23 अक्तूबर को दुष्यंत चौटाला से दिल्ली में मुलाकात कर चुके हैं और इसकी पुष्टि दिग्विजय चौटाला ने कलायत स्थित संस्था श्री रैदास तख्त जिनके वे प्रधान हैं, पर माथा टेकने आने पर कर दी है। उन्होंने कहा कि 17 नवम्बर को जींद में कार्यकर्ताओं की बैठक में विधिवत रूप से वे अजय चौटाला की रहनुमाई में उनकी पार्टी में शामिल हो जाएंगे।
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