सत्यखबर इंद्री (योगेश शर्मा) – उपमंड़ल इंद्री के गांव हिनौरी के दर्जनों ग्रामीणों ने ड़ाकघर के कर्मचारी द्वारा की गई धोखाधड़ी के चलते किये गये लाखों रूपये के गबन को लेकर नारेबाजी की ओर अपने पैसों को वापिस देने की मांग की। गांव में खुले लघु पोस्ट आफिस में तैनात एक कर्मचारी मनोज कुमार ने गांव के गरीब लोगों को सरकार की स्कीमों में पैसे जमा कराने वाली स्कीमों के बारे में बताया। काफी संख्या में गांववासियों ने इन स्कीमों में पैसे जमा करवाये। दोषी कर्मचारी गांववालों की पास बुकों में तो पैसे जमा कर देता था लेकिन सरकारी खातों में जमा नहीं करता था। इस बात का खुलासा काफी समय बाद खुला। इस बारे में गांववासियों से पुलिस व ड़ाकघर अधिकरियों को इस बारे में शिकायत की लेकिन आज तक कोई भी हल नहीं निकल पाया है। इसी के चलते आज गांव में ड़ाकघर के अधिकारी पहुंचे तो गांववासियों ने उनसे अपने पैसे वापिस करने की मांग की।
वहीं ड़ाकघर के अधिकारी इस बात से तो सहमत है कि पास बुक में पैसे जमा किये गये है ओर उस पर ड़ाकघर की मोहर भी लगी हुई है लेकिन यह सारा पैसा सरकारी खातों में एंट्री नहीं किया गया है। वो केवल सरकारी खातों में जमा पूंजी को ही देने की बात कह रहे है। यह सारा मामला लगभग पंद्रह लाख रूपयों का बताया जा रहा है। ग्रामीणों ने कहा कि हम गरीब लोग है ओर बड़ी मुश्किलों से हमने थोड़े थोड़े पैसे इन स्कीमों में जमा करवाये है ओर अब वो पैसा ये ड़ाकघर वाले हमें नहीं दे रहे है। इन की मांग है कि इनकों सारा पैसा दिया जाये। गांववासियों का कहना है कि यदि उनका पैसा नहीं मिला तो वो कोर्ट का दरवाजा खटखटायेगें।
ड़ाकघर अधिकारी राकेश कुमार का कहना है कि गांववासियों के साथ धोखाधड़ी तो हुई है। उन्होंने माना कि जांच पड़ताल से पता चला है कि यह सारा मामला लगभग 16 लाख का है ओर 2015 से यह सब हो रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे पहले से ही इस आदमी पर शक हो गया था ओर इस की शिकायत उच्च अधिकारियों को दे दी गई थी तभी से इसकी जांच चल रही है। इस कर्मचारी ने सरकारी रिकार्ड में अपना पता भी गलत लिखवाया हुआ है ओर इस समय यह अपने घर से फरार है। अब हमने इन्द्री थाना अधिकारी व एसपी करनाल को लिख दिया है ओर शीघ्र ही इसके खिलाफ मामला दर्ज करवाया जायेगा।
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