सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) – नौजवान भारत सभा की नरवाना इकाई ने काकोरी कांड के शहीदों की याद में रेलवे स्टेशन से लेकर भगत सिंह चौक तक आवामी एकता मार्च निकालते हुए शहीदों को याद किया। नौजवान भारत सभा के प्रवीण ने बताया कि 9 अगस्त, 1925 के दिन 10 नौजवानों ने काकोरी नामक जगह पर चलती रेल रोककर अंग्रेजी खजाने को लूट लिया था। इस लूट का मकसद था कि क्रांतिकारी कार्यों को बढ़ावा दिया जाए और देश को आजाद करवाया जाए।
लेकिन दुर्भाग्य से क्रांतिकारी शहीदों का यह सपना पूरा नहीं हो सका और उन शहीदों में से कुछ को अंग्रेजी सरकार ने उम्र कैद की सजा और चार नौजवानों को जिसमें राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खान, राजेंद्र नाथ लाहिड़ी और रोशन सिंह को फांसी पर लटका दिया था। काकोरी एक्शन के शहीदों के महत्वपूर्ण होने की वजह यह थी कि आजादी आंदोलन के दौरान अंग्रेज जो फूट डालो और राज करो की नीति अपना रहे थे और लगातार जो तमाम संप्रदायिक दंगे भड़काने की कोशिश कर रहे थे, इन शहीदों ने अंग्रेजों की इन सभी नीतियों को नाकाम करते हुए हिंदू और मुस्लिम एकता स्थापित करने की लगातार कोशिश की।
लेकिन अगर हम आज के समाज की बात करें तो आज देश के अंदर लगातार देश के नौजवानों को जाति और धर्म के नाम पर बांटने की साजिशें हो रही है। आज देश के नौजवानों के सामने बेरोजगारी की समस्या, समाज में लगातार शिक्षा का गिरता स्तर और आज स्वास्थ्य जैसी मूलभूत बुनियादी सुविधाएं भी जनता को नहीं मिल पा रही है। तो ऐसे में नौजवानों का यह फर्जी नहीं कर्तव्य बन जाता है कि वह हमारे शहीदों के सपनों को ना भुलाएं और उनके जो सपने थे उनको पूरा करने के लिए अपनी भूमिका तय करें।
Metal waste recycling Ferrous metal industry analysis Iron waste repurposing centers
Ferrous material workforce development, Iron repurposing and recycling, Scrap metal rejuvenation
Aluminium alloy segregation Scrap aluminium weight measurement Metal residue reprocessing
buy lasuna cheap – how to buy lasuna buy cheap generic himcolin