सत्य खबर, चंडीगढ़
हरियाणा में कोरोना काल के दौरान हुए लॉकडाउन में सामने आए रजिस्ट्री घोटाले की जांच के दौरान अन्य मामले कि भी परतें खुल रही हैं|मनोहर सरकार पार्ट वन के दौरान भी रजिस्ट्रियों में कई अनियमितताएं सामने आई हैं| पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु के कार्यकाल के दौरान भी गोलमाल निचले स्तर पर हुआ था| जिसके बाद उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की तरफ से 2017 से लेकर 2020 तक के जांच के आदेश दिए गए|
इस रिपोर्ट में बड़ी संख्या में अधिकारी दोषी पाए गए हैं| दरअसल मनोहर सरकार पार्ट वन में 2017 से लेकर अभी तक हुई रजिस्ट्रीयों में बड़ी गड़बड़ी पाई गई है| दोषी पाए गए अधिकारियों में तहसीलदार और नायब तहसीलदार स्तर के भी अधिकारी माने जा रहे हैं| इसके इलावा रजिस्ट्री क्लर्क, जिला योजनाकार, जेई के अलावा तहसीलों में तैनात रिकार्ड मेंटेन करने वाला स्टाफ और कंप्यूटर ऑपरेटरों को आरोपी माना गया है|
जांच में दोषी पाए गए इन अधिकारियों एवं कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की तलवार लटक गई है| अगले सप्ताह प्रदेश सरकार इन दागी कर्मचारियों व अधिकारियों के विरूद्ध कार्रवाई कर सकती है| क्योंकि जांच की रिपोर्ट आ चुकी है|जिसमे 3 साल के दौरान 50 के करीब अधिकारी कर्मचारी नपेंगे|
Aluminium scrap market forecasting Aluminum recycling sustainability Metal recycling and redistribution