सत्यखबर, चढ़ीगढ
आपको बता दे की देश में कोविड-19 वायरस फैलने के साथ ही रबी फसलें भी पककर तैयार हैं। इन फसलों की कटाई और उन्हें बाजार तक पहुंचाने का काम भी जरूरी है। इसलिए किसानों को सावधानी और सुरक्षा का पालन करना बहुत जरूरी है ताकि इससे महामारी का फैलाव न हो सके।ऐसी स्थिति में साधारण और सरल उपाय जैसे सामाजिक दूरी, साबुन से हाथों को साफ करते रहना, चेहरे पर मास्क लगाना, सुरक्षा के लिए कपड़े पहनना और कृषि यंत्रों और उपकरणों की सफाई करना जरूरी काम है। किसानों को खेती के हर काम को करते हुए एक दूसरे से सामाजिक दूरी बरकरार रखनी चाहिए।
ये रखे सावधानियां
भारत के उत्तरी राज्यों में गेहूं पकने की स्थिति में आ गई है। इसलिए इनकी कटाई के लिए कम्बाइन कटाई मशीन का उपयोग और प्रदेशों के अंदर और दो प्रदेशों के बीच इनका जाने-आने पर सरकार ने छूट दे रखी है। साथ ही उत्तर भारत की सरसों महत्वपूर्ण फसल है, जिसकी हाथ से कटाई और कटी फसलों की मड़ाई का काम भी जोरो से चल रहा है।
ऐसी स्थिति में सभी किसान और कृषि श्रमिक जो फसलों की कटाई, फल और सब्जियों की तुड़ाई, अंडों और मछलियों के उत्पादन में लगे हैं, वो लोग एक दूसरे से सामाजिक दूरी बनाए रखें।
फसलों की हाथ से कटाई/तुड़ाई के दौरान बेहतर यही होगा कि 4-5 फ़ीट की पट्टियों में काम किया जाए और पट्टी की दूरी में एक ही श्रमिक को रखा जाए।
बता दे की काम करने वाले सभी लोग अपना मुंह ढके रहें और बीच बीच में साबुन से हाथ धोते रहें।
जहां तक हो सके परिचित व्यक्ति को ही काम में लगाए, किसी अंजान मजदूर को खेती में न आने दें।
जहां तक संभव हो सके खेती के काम उपकरण और मशीन से ही किए जाएं न कि हाथों से और केवल एक ही आदमी को इन्हें चलाने दिया जाए।
बता दे की गेहूं की कटाई कम से कम 10-15 दिन आगे बढ़ने की संभावना है। ऐसी दशा में किसान यदि 20 अप्रैल तक भी गेहूं की कटाई करें तो उन्हें कोई नुकसान नहीं होगा। इस तरह गेहूं की खरीददारी राज्य सरकारों और दूसरी एजेंसियों द्वारा करना आसान होगा।
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