बिना मास्क लगाए व बिना हाथ सेनेटाईज किए चलती रही कार्यशाला
जल जीवन मिशन को लेकर आंगनवाड़ी वर्करों व सुपरवाईजरों की हुई बैठक
सत्यखबर सफीदों (महाबीर) – कोरोना वायरस को लेकर देश ही नहीं पूरे विश्व में हाहाकार मचा हुआ है और पूरे विश्व में इसे महामारी घोषित किया हुआ है। इस महामारी को लेकर भारत सरकार पूरी तरह से गंभीर हैं और इससे बचने के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए है लेकिन सरकारी विभाग ही सरकार की गंभीरता व उनके निर्देशों को नजरअंदाज करते दिखाई पड़ रहे हैं। सरकार ने इस बीमारी से रोकथाम के लिए सभी स्कूल, कालेज, विश्वविद्यालय, धार्मिक स्थल, मॉल्स, सिनेमाघर, बड़े राजनीतिक व सामाजिक कार्यक्रमों पर 31 मार्च तक रोक लगा दी है। 200 लोगों तक के कार्यक्रम करने पर छूट है वह भी नियमों का पालन करते हुए।
जिला जींद प्रशासन ने भी निर्देश जारी करते हुए कहा है कि भीड़ में जाने से बचे, सेनेटाइजर का इस्तेमाल करें व बार-बार हाथ धोएं लेकिन बुधवार को नगर की ब्राह्मण धर्मशाला में जन स्वास्थ्य विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग खंड सफीदों द्वारा आयोजित जल जीवन मिशन को लेकर कार्यक्रम केंद्र व राज्य सरकार के निर्देशों को धत्ता बताते हुए चलता रहा। इस कार्यक्रम में काफी तादाद में आंगनवाड़ी वर्करों, सुपरवाईजरों व सक्षम कार्यकर्ताओं की उपस्थिति थी। इस कार्यक्रम में बड़ी तादाद में उपस्थिति होने के बावजूद सरकार के किसी निर्देश की पालना नहीं की गई।
कार्यक्रम में मौजूद लोगों के सिर पर टोपी तो थी लेकिन उनको ना तो मास्क मिले, ना आयोजन स्थल को सेनेटाईज किया गया और ना ही उनके हाथ धुलवाए गए। सबसे अहम बात यह है कि इस बीमारी को लेकर सरकारी व गैर सरकारी बहुत से कार्यक्रमों को रद्द या स्थगित कर दिया गया है लेकिन यहां सवाल यह है कि सफीदों में आयोजित हुआ इस प्रकार का कार्यक्रम स्थगित नहीं किया जा सकता था और अगर करना आवश्यक भी था तो सुरक्षा संबंधी नियमों की पालना क्यों नहीं की गई।
इस कार्यक्रम में जब उपस्थित आंगनवाड़ी वर्करों, सुपरवाईजरों व सक्षम महिलाओं से बात की तो उन्हे बताया गया कि आयोजकों द्वारा उन्हे ना तो कोई मास्क प्रदान किए गए और ना ही उन्हे हैंड सेनेटाईजर दिया गया। ओर तो ओर आयोजकों द्वारा पत्रकारों को आंगनवाड़ी वर्करों व सुपरवाईजरों से बात करने से रोकने का भी प्रयास किया गया।
क्या कहते है आयोजक
इस कार्यक्रम के आयोजक जनस्वास्थ्य विभाग जल जीवन मिशन के खंड सलाहाकार बलवान सिंह ने माना कि निर्देशों की पालना में कहीं ना कहीं कमी जरूर रही है लेकिन भविष्य में निर्देशों का पूरा खयाल रखा जाएगा। इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए उन्होंने सीधा-सीधा अपने उच्चाधिकारियों के सिर ठीकरा फोड़ते हुए कहा कि उन्हे उच्चाधिकारियों की ओर से कोई दिशा-निर्देश नहीं मिले थे। उन्होंने बताया कि इस प्रकार के कार्यक्रम पिछली 12 मार्च से चल रहे हैं और 19 मार्च तक सफीदों में यह कार्यक्रम चलेगा। उन्होंने बताया कि उसके बाद 2 दिन का कार्यक्रम जुलाना में रखा गया है।
क्या कहते हैं मिशन के जिला सलाहाकार
इस मामले में जल जीवन मिशन के जिला सलाहाकार रणधीर सिंह ने कहा कि भविष्य के कार्यक्रमों में पूरी एहतियात बरती जाएगी। वहीं उससे बढ़कर उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि सभी महिलाएं चुन्नी ओढ़कर आती है और एहतियात के तौर पर वे चुन्नी से अपने मुंह को कवर कर सकती हैं।
भविष्य के लिए की जारी की जाएगी एडवाईजरी: एस.डी.एम.
इस मामले में सफीदों के एस.डी.एम. मनदीप कुमार ने कहा कि 200 लोगों तक कार्यक्रम आयोजित किए जा सकते हैं लेकिन जन सुरक्षा के मद्देनजर कार्यक्रम को स्थगित किया जा सकता था। भविष्य में इस प्रकार के कार्यक्रम पोस्टपोन करने के लिए कहा जाएगा। आज ही उनकी ओर से विभागों को भविष्य में ज्यादा लोग एक जगह पर एकत्रित ना करने की और इस तरह के कार्यक्रमों से बचने की एडवाईजरी जारी की जाएगी। उन्होंने लोगों से अपील की है कि कोरोना वायरस से डरने की नहीं अपितु बचाव करने की आवश्कयता है।
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