सत्यखबर जाखल (दीपाक) – अंग्रेजों के शासन काल समय से बना जाखल जंक्शन उत्तर रेलवे का प्रमुख जंक्शन है। प्रतिदिन यहां से हजारों यात्री दूर-दूर तक अपनी यात्रा भरते हैं। परंतु यहां से कई प्रमुख ट्रेनों का ठहराव न होने के कारण लोगों को इन ट्रेनों की सुविधा से वंचित रहना पड़ रहा है।
जाखल जंक्शन होने के बावजूद लंबी दूरी की एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव न होना जहां रेलवे की ओर से यहां के यात्रियों की घोर अनदेखी को साबित कर रहा है। वहीं सरकार एवं प्रशासनिक उदासीनता को भी साफ दर्शा रहा है। इस समस्या को लेकर कई बार लांयस कल्ब के प्रधान योगेश, मानव अधिकार समिति के सचिव डा. राजेश शर्मा, जन चेतना मंच से बृजपाल जाखल के नगर पालिका चेयरपर्सन नोहर चंद गोयल के नेतृत्व में स्थानीय लोगों ने यहां पर हुए रेलवे अधिकारियों के विशेष दौरे के दौरान मांग पत्र देकर ट्रेनों के ठहराव की मांग की गई परंतु नतीजा वही ढाक के तीन पात।
दैनिक रेल यात्रियों ने बताया कि गाड़ी नंबर 19027 व 19028 बांद्रा जम्मूतवी एक्सप्रेस ट्रेन हिसार से चलने के बाद पहले सीधा धूरी पर ही रुकती थी। लेकिन करीब 3 महीने पहले इस ट्रेन को बरवाला में स्टॉपेज कर दिया गया। जबकि बरवाला कोई जंक्शन भी नहीं है व हिसार से मात्र 25 किमी. की ही दूरी पर है। ऐसे में बरवाला क्षेत्र के लोग इस ट्रेन की सुविधा हिसार से ले सकते हैं लेकिन जींद- मानसा क्षेत्र व जाखल क्षेत्र के हजारों रेल यात्रियों को इस ट्रेन की सुविधा नहीं मिल पा रही। जाखल में इस ट्रेन को रुकवाने के लिए कई बार हल्का विधायक को जहां मांग की जा चुकी है। लेकिन इसके बावजूद जी रेलवे विभाग जाखल जंक्शन के रेलवे यात्रियों की इस समस्याा की और कोई ध्यान नहीं दे रहा।
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