सत्यखबर
डीजल, पेट्रोल व रसोई गैस की लगातार बढ़ती कीमतें महंगाई बढ़ने की तरफ स्पष्ट इशारा कर रही हैं। तेल की कीमतें बढ़ने से ढुलाई का भाड़ा बढ़ेगा, जिसके चलते हर वस्तु की कीमत भी बढ़ेगी। रसोई गैस की बढ़ती कीमतें घर के बजट पर गहरा असर डालने लगी हैं, जिसके चलते आम जनता विशेषकर गरीब व मध्यम वर्ग की परेशानियां बढ़नी शुरू हो गई हैं।
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कोविड 19 के कारण लंबे चले लाकडाउन से बिगड़ी अर्थव्यवस्था से जनता अभी पूरी तरह से उभर भी नहीं पाई थी कि अब लगातार डीजल, पेट्रोल व रसोई गैस की कीमतों में बड़ा उछाल आना शुरू हो गया है। इस उछाल के चलते पंजाब में माल भाड़ा बढ़ाए जाने पर विचार किया जाने लगा है, जबकि कई राज्यों में तो 18 फीसद तक माल भाड़ा बढ़ाया भी जा चुका है। इसके अलावा अब बसों का किराया बढ़ाने पर भी विचार होने लगा है। ज्यादातर ट्रांसपोर्टर इस इंतजार में हैं कि तेल की कीमतें कहां जाकर ठहरती हैं, जिसके बाद एक बार ही माल भाड़े में बढ़ोतरी होना तय माना जा रहा है। बाजार की अगर बात करें तो अभी तक किसी भी वस्तु पर विशेषकर रोजमर्रा में प्रयोग होने वाली चीजों पर तेल की कीमतें बढ़ने का असर दिखाई नहीं दिया है।
सब्जी मंडी के आढ़ती मिक्की सोनी ने कहा कि फिलहाल सब्जी की ढुलाई करने वाले वाहनों का माल भाड़ा बढ़ाया नहीं गया । अगर तेल की कीमतें इसी प्रकार बढ़ती रहीं, तो अगले कुछ दिनों में माल भाड़ा बढ़ना तय है, जिसके बाद चीजों के दाम भी बढ़ जाएंगे। इसका सीधा असर गरीब व मध्यम वर्ग के परिवारों के बजट पर पड़ेगा। समाजसेवी एवं शिवसेना नेता अश्वनी शर्मा ने कहा कि जिस हिसाब से रसोई गैस की कीमतें बढ़ती जा रही हैं, उससे हर घर का बजट गड़बड़ाने लगा है। रसोई गैस में चाहे कोई कमी नहीं है, लेकिन कीमतों में लगातार होने वाली बढ़ोतरी लोगों के रोष का कारण बनती जा रही है।
तेल की कीमतों का बढ़ना व रसोई गैस की कीमतों में बढ़ोतरी अंतरराष्ट्रीय मार्केट पर तय होती है। पंजाब सरकार अगर इन पर लगने वाले टैक्स को माफ कर दे, तो बड़ी राहत मिल सकती है। पंजाब के वाहन चालक हिमाचल के पेट्रोल पंपों से तेल भरवाने को देने लगे तव्वजो संवाद सूत्र, घनौली: हिमाचल प्रदेश के पेट्रोल पंपों पर पंजाब से सस्ता तेल मिलने कारण पंजाब के वाहन चालक वहां के पेट्रोल पंपों से तेल भरवा रहे हैं। पंजाब के पड़ोसी राज्य में तेल की कीमतों में बड़े फर्क की सबसे बड़ी मार जिला रूपनगर के पेट्रोल पंप मकान मालिकों पर पड़ रही है। घनौली से लेकर नंगल तक जितने भी पेट्रोल पंप हैं, उन पेट्रोल पंपों से हिमाचल प्रदेश के पेट्रोल पंपों की दूरी का कोई ज्यादा बड़ा फर्क नहीं है।
ज्यादातर पंप चार- पांच किलोमीटर के दायरे में हैं। हिमाचल में डीजल पंजाब से चार व पेट्रोल छह रुपये सस्ता मिलता है। पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन जिला रूपनगर के प्रधान शिव कुमार जगोता और राजेश जोशी, अमृत खुराना, स्वीटी कौड़ा, राजिदर, सोनू, अंशुल, करन और जोली ने बताया कि पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश में डीजल और पेट्रोल के रेट में इतना अंतर होने के कारण उनके पेट्रोल पंपों की सेल 25 से 30 फीसद कम हो गई है। इसमें से भी उनके पास ज्यादातर ग्राहक उधार खाते वाले ही आते हैं। उन्होंने बताया कि पेट्रोल पंप मालिकों की वित्तीय हालत दिन प्रति दिन बिगड़ती जा रही है और उनको मजबूरी में अपने वर्करों की छंटनी करनी पड़ रही है। उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह से अपील की कि पंजाब में भी डीजल और पेट्रोल के टैक्स पड़ोसी राज्य के बराबर किए जाएं।
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