सत्यखबर यमुनानगर (सुमित ओबेरॉय) – तीन तलाक सिर्फ तीन शब्द या किसी की जिंदगी का ताना बाना बिखेरने वाले है ।इसी को लेकर एक लंबी बहस जारी है। जहाँ मोदी सरकार इसके लिए बिल पास करने जा रही है वही इस बिल को लेकर भी एक लंबी बहस छिड़ी हुई है। लेकिन जिनके लिए ये बहस जारी है आज वो महिलाएं कहती है कि ये बिल जरूर पास होना चाहिए।
तलाक तलाक तलाक ये वो तीन शब्द है जिन्हें कभी चिट्ठी में लिखकर तो कभी फोन पर तो कभी झगड़े में जब किसी मुस्लिम महिला का शौहर यानी के पति कह देता है तो मानो उस महिला की जिंदगी में भूचाल आ जाता है और चंद मिनटों में उसकी जिंदगी के मायने बदल जाते है।किसी भी मुस्लिम महिला के साथ ऐसा न हो इस लिए ये बिल लाया गया। बड़े बड़े जानकारो की भी सलाह ली गयी। वैसे तो पिछली मोदी सरकार में भी इस बिल के पास होने की उम्मीद थी।लेकिन मोदी सरकार के फिर एक बार सत्ता में आने से इस बिल को लेकर सबको यही उम्मीद है कि ये बिल अब पास होकर रहेगा।
तीन तलाक को लेकर छिड़ी बहस के बीच जहां कोई इसे गलत तो कोई इसे सही बता रहा है ।वही मुस्लिम महिलाओं का कहना है कि इससे समाज में निश्चित तौर पर बदलाव आएगा पहले जिस प्रकार से महिलाओं को समझा जाता था उसमें कहीं ना कहीं बदलाव आएगा हा।लांकि इस बात को समझने में थोड़ा समय लगेगा लेकिन जिस प्रकार से महिलाओं के साथ शोषण हो रहा था वह शोषण जरूर बंद होगा ।
कहीं ना कहीं उनका कहना है कि यह बिल है जो यह पास होना चाहिए और अगर यह पास होता है तो इसका फायदा निश्चित तौर पर मुस्लिम महिलाओं को मिलेगा उनके ऊपर जो शोषण और अत्याचार हो रहे थे और एक बार में तीन तलाक कहने पर एक महिला की जिंदगी बिल्कुल अलग-थलग सीकर जाती है उसका परिवार टूट जाता है। ऐसा न जाने कितने परिवार भी कर चुके हैं ।तीन तलाक बिल से जहां कुछ लोग इसे मुस्लिम समाज में बदलाव को सही नहीं मानते तो वही खासकर मुस्लिम महिलाएं बिल को लेकर काफी खुश हैं और उनका कहना है कि जो यह बिल है इससे काफी बदलाव आएगा।
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