Haryana
दुर्घटनाग्रस्त गरीब बच्चे के उपचार हेतु स्कूली बच्चोंव शिक्षकों ने दिए 31 हजार
सत्यखबर निसिंग (सोहन पोरिया) – बीते करीब एक माह पहले निसिंग की पुरानी अनाजमंडी गेट के पास सांय के समय सडक़ पार करते समय एक छोटा बच्चा सामने से आ रही तेजरफ्तार कार की चपेट में आ गया। कार चालक बच्चें को जोरदार टक्कर मारकर फरार हो गया। कार की टक्क्र से बच्चा दूसरी साईड़ […]
सत्यखबर निसिंग (सोहन पोरिया) – बीते करीब एक माह पहले निसिंग की पुरानी अनाजमंडी गेट के पास सांय के समय सडक़ पार करते समय एक छोटा बच्चा सामने से आ रही तेजरफ्तार कार की चपेट में आ गया। कार चालक बच्चें को जोरदार टक्कर मारकर फरार हो गया। कार की टक्क्र से बच्चा दूसरी साईड़ से आ रही बस के आगे जा गिरा। जिसे बस ने भी कुचल दिया। गंभीर रूप से घायल गरीब परिवार का वह छोटा बच्चा कोई ओर नही बल्कि गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाला निसिंग की वाल्मीकि बस्ती में रहने वाला 12 वर्षीय साहिल है।
कई साल पहले जिसके सिर से लंबी बीमारी ने पिता का साया भी छीन लिया था। जिसके लालन पालन की जिम्मेदारी विधवा मां के कंधों पर जा पड़ी। जो मजदूरी कर परिवार का पेट पालती है। हादसे से चंद मिन्ट पहले साहिल मंडी में मजदूरी कर रही अपनी मां से मिलकर घर जा रहा था। जिसके उपचार में धन की कमी आड़ आ रही है, लेकिन डाक्टरों द्वारा सर्जरी के लिए बोलने पर बेबस मां भगवान से फारियाद के सिवाय कुछ कर नही सकी। तीन दिन पूर्व ही एक नीजि हस्पताल में बच्चें का आप्रेशन हुआ है। जिसका लंबा उपचार चलेगा। लेकिन राशि का भारी अभाव है। दुर्घटना में घायल बच्चा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में सातवीं कक्षा का छात्र है।
शिक्षकों व बच्चों ने बढ़ाया मदद का हाथ
दस दिन तक लगातार बच्चे के स्कूल से अनुपस्थित रहने पर शिक्षकों के संज्ञान लेने पर घटना का पता चला। उन्होंने परिवारिक स्थिति का बोध होने पर मदद का फैसला लिया। प्रार्थना सभा में बच्चे का जिक्र होने पर स्कूली विद्यार्थियों ने भी मदद के लिए अपने हाथ आगे बढ़ाए। प्रिंसिपल ज्योत्सना मिश्रा ने स्कूली शिक्षकों व बच्चों के साथ मिलकर एकत्रित की 31 हजार की राशि साहिल के उपचार हेतु उसकी मां के सुपुर्द करते हुए समाज के अन्य लोगों के लिए प्रेरणा का कार्य किया है। साहिल की मां मीना देवी ने बताया कि उसके बेटे का ईलाज करनाल के विर्क हस्पताल में चल रहा है। जिसे आर्थिक मदद की जरूरत है।