Haryana
नरवाना की दर्जनों संस्थाओं का ओडिशा के राज्यपाल से आत्मीय मिलन
सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) – शिक्षा विभाग सहित नरवाना की दर्जनों संस्थाओं ने ओडिशा के राज्यपाल प्रो. गणेशीलाल से रविवार को सौहार्दपूर्ण तरीके से मुलाकात की। शिक्षा विभाग की तरफ से उन्हें अनमोल तोहफा गीता रथ देकर उनके यहां केएम कालेज में अध्यापन के तीन सालों को ताजा किया। इसके अलावा विवेकानंद फाउंडेशन, रामा भारतीय […]
सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) – शिक्षा विभाग सहित नरवाना की दर्जनों संस्थाओं ने ओडिशा के राज्यपाल प्रो. गणेशीलाल से रविवार को सौहार्दपूर्ण तरीके से मुलाकात की। शिक्षा विभाग की तरफ से उन्हें अनमोल तोहफा गीता रथ देकर उनके यहां केएम कालेज में अध्यापन के तीन सालों को ताजा किया। इसके अलावा विवेकानंद फाउंडेशन, रामा भारतीय कला केंद्र, नप चेयरपर्सन छवि बंसल, अग्रवाल महिला विंग की अनिता गोयल, भारत विकास परिषद के सुरेश मित्तल, राह क्लब, मानव मित्र मंडल, दिव्य किरण संस्था, महिला आयोग की सदस्य सुमन बेदी आदि ने महामहिम राज्यपाल को सम्मानित किया।
जब भावुक हो उठे महामहिम
राज्यपाल ने अपने सम्बोधन की शुरुआत इस वाक्य से की, मैं नरवाना का बेटा हूं, क्योंकि मैंने नरवाना की रोटी खाई है जिसके कारण आज जिंदा हैं। आज आप की रोटी का मान उड़ीसा में रख रहा हूं। उनका अभिप्राय शुरू- शरू में शिक्षा विभाग में प्रोफैसर के रुप में यहां नौकरी करने का था। उन्होंने कहा कि वे महामहिम नहीं, बल्कि आपके बीच का एक बालक है जो नरवाना की धरती से सम्भलकर उड़ीसा की धरती पर कुछ अच्छा करने का प्रयास कर रहा है। उनके सादगी से परिपूर्ण विचार उनके पूरे जीवन की सादगी कहानी बयां कर रहे थे। उनके सौम्य व्यवहार पर लोगों का कहना था, इस प्रकार की सादगी भरे शिक्षक से राजनेता बने व्यक्ति वास्तव में वंदनीय है।