सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
कहते हैं कि अगर व्यक्ति आसमान को छूने का दम रखता है, तो वह आसमां भी छूकर ही रहता है। ऐसा ही कारनामा कर दिखाया है गांव सुदकैन खुर्द व हाल आबाद रामनगर निवासी प्रिंसीपल वीरेंद्र मलिक के लड़के राहुल मलिक ने। राहुल मलिक ने अपने पहले ही प्रयास में बहुत बड़ी उपलब्धि हासिल की है, जिससे उसके घर बधाई देने वालों का तांता लग गया है। राहुल मलिक ने बताया कि उसकी बहन कोमल मलिक का नीट की परीक्षा में 9800वां रैंक हासिल किया था, जिसका दाखिला भगत फूल सिंह विश्वविद्यालय खानपुर में हो गया था। जिसके बाद उसने ठान लिया कि वह अपनी बहन कोमल से बेहतर कर दिखायेगा। इसलिए उसने केवल डॉक्टर बनने का सपना संजोये रखकर दिन-रात पढ़ाई करनी शुरू कर दी। वह दिन में 12-15 घंटे पढ़ाई करता था। जिससे उसने नीट की परीक्षा में 720 में से 659 अंक हासिल कर ऑल इंडिया 392 वां रैंक हासिल किया। वहीं राहुल ने बताया कि उसने एम्स की 1200 सीटों के लिए 25-26 मई को परीक्षा भी दी थी, जिसका परिणाम घोषित हुआ, तो उसका ऑल इंडिया रैंक 327वां आया और कैटेगरी में 272वां रैक प्राप्त हुआ। राहुल मलिक ने बताया कि डॉक्टर की पढ़ाई करने के बाद वह आइएएस बनकर देश सेवा करना चाहता है।
कठिन लक्ष्य को आसानी से हासिल किया जा सकता है।
राहुल मलिक ने बताया कि किसी भी कठिन लक्ष्य को आसानी से हासिल किया जा सकता है, लेकिन मन के अंदर आत्मविश्वास होना जरूरी है। राहुल मलिक ने बताया कि देश के प्रतिष्ठित संस्थान एम्स में दाखिला लेकर हृदय स्पेशलिस्ट में सेवा देना चाहता हूं, ताकि किसी गरीब की बीमारी से मौत न हो।
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