सत्यखबर, नरवाना सन्दीप श्योरान :-
कोरोना जैसी महामारी के कारण लगाए गए लॉक डाउन के चलते बेशक हमें अपने घरों पर रहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा हो, लेकिन इस समय को भी कुछ नया करके बेहतर बनाया जा सकता है। अब नरवाना की छोटूराम कालोनी निवासी समाजसेवी इंद्रजीत बैनीवाल को ही देख लें, जिन्होंने बाहर घूमने की बजाए नेहरू पार्क में विचरण करने वाले बंदरो और पक्षियों को अपना दोस्त बना लिया है। जिसके कारण उन्हें घर में ही जानवरों के साथ घुलमिल कर सुखद आनंद की अनुभूति हो रही है। उन्होंने बताया कि उनमें से एक बंदर तो अगले हाथों से अपाहिज भी है, जो पिछले पैरों पर आदमी की तरह चलता है। पर वह इंद्रजीत बैनीवाल से इतना घुलमिल गया है कि वे उसे अपने हाथों से केला तथा रोटी आदि खिलाते हैं। बेनीवाल का कहना कि उस बंदर की होशियारी देखिए कि वह पार्क से बंदरों के झुंड के कहीं चले जाने के बाद ही कुछ खाने के लिए हमारे घर की मंजिल पर आता है, जबकि दूसरे बूढ़े बंदरों द्वारा ऊपर न चढ़ पाने के कारण उन्हें वहीं खाने का सामान मुहैया करवाया जा रहा है, ताकि वो भूखे न रहें। इसके इलावा अब गिलहरी तथा दूसरे पक्षी भी घर में खूब फुदकते-चहकते रहते हैं, जबकि लॉक डाउन से पहले ऐसा नहीं था।
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