सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
कौन कहता है कि आकाश में छेद नहीं हो सकता तबीयत से एक पत्थर तो उछालो यारो, एक कवि की इन पंक्तियों पर चलते हुए नरवाना की सामाजिक संस्थाओं ने एक तरीका निकाला है। इन संस्थाओं की सोच है कि हम किसी भिखारी को नकद पैसे देकर जाने-अनजाने में कहीं पाप तो नही कर रहे। उनका मानना है, देखने में आया है कि कुछ भिखारी भोजन और कपड़े के नाम पर पैसे ले जाकर उसे नशे जैसे व्यसन में दुरुपयोग करते हैं। इसके समाधान के लिए आर्य स्कूल द्वारा संचालित ऋषि लंगर, अग्रवाल वैश्य वेलफेयर सोसायटी द्वारा दोपहर को दो घण्टे तक निश्शुल्क भोजन और महाराजा अग्रसेन जन सेवा संस्थान द्वारा संचालित मां अन्नपूर्णा सांय को निश्शुल्क भोजन करवा इस कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। संस्था सदस्यों का कहना है कि जब भी कोई पुरुष या महिला भिखारी आपके घर, दुकान, आफिस या कहीं भी कुछ मांगने आता है तो उसको आर्य स्कूल रेलवे रोड या रोटी बैंक या फिर सांय को हुड्डा ग्राउंड भेजें, जहां उनको हर रोज़ मुफ्त भोजन करवाया जाएगा और यथायोग्य कपड़े भी उपलब्ध कराए जाएंगे।
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क्या हैं इसके फायदे
संस्था सदस्यों ने बताया कि इससे आपका शहर भिखारी मुक्त बनने में मदद मिलेगी। जो वास्तव में लाचार हैं उनको बिना भटके खाना और कपड़े उपलब्ध हो जाएंगे और वे सम्मान पूर्वक जी पाएंगे। जो लाचार नहीं हैं, उनको ये काम छोडऩा पड़ेगा या फिर यह एरिया ही छोडऩा पड़ेगा।
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