सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
प्रदेश में किसानों द्वारा पराली जलाने के मामले दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं, जिस कारण धुएं के कारण सांस लेना भी मुश्किल होता जा रहा है। ऐसे में एयर क्वालिटी इंडेक्स की मात्रा 1 हजार के पार पहुंच चुकी है। एयर क्वालिटी इंडेक्स की मात्रा बढ़ जाने के लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। वहीं प्रदूषण के कारण आंखों में जलन महसूस हो रही है। जिससे अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। स्मॉग और जहरीले धुएं के कारण आकाश मेें अंधेरा छाने लगा है, जिससे दिन में भी रात जैसा माहौल हो गया है। जींद के उपमंडल नरवाना में पराली जलाने के सबसे ज्यादा मामले देखे जा सकते हैं, इसके लिए कृषि विभाग ने पराली जलाने को लेकर 154 किसानों को नोटिस जारी कर जुर्माना लगा दिया गया है। कृषि विभाग के एसडीओ देवेंद्र सिंह ने बताया कि नरवाना क्षेत्र में पराली जलाने के 154 केस सामने आये हंै और इनको नोटिस जारी कर जुर्माना लगाया जायेगा। उन्होंने कहा कि चालान न भरने की सूरत में उनके खिलाफ कानूनी कारवाई भी की जायेगी। उन्होंने बताया कि सबसे ज्यादा पराली जलाने के केस गांव दनौदा, धमतान, कालवन मेंं सामने आये हैं। उन्होंने बताया कि कृषि विभाग द्वारा किसानों को पराली से होने वाले प्रदूषण व इसके समाधान के लिए जागरूकता अभियान चलाये थे। लेकिन उसके बाद भी किसान पराली को जला रहे हैं। उन्होंने कहा कि पराली जलाने के केस से संबंधित गांवों मेें मशीनें उपलब्ध करवाई जायेगी, ताकि पराली जलाने की समस्या कम हो सके।
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