सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) – नरवाना-किठाना, नरवाना-समैन और नरवाना-हिसार रूट पर बिना परमिट की बसें चल रही थी, जिससे रोडवेज विभाग को हर महीने लाखों रूपये का चूना लग रहा था। इस बारे मेें कई बार उच्च अधिकारियों को शिकायत दी जा चुकी थी। लेकिन प्रशासन की नाक तले बिना परमिट की बसें सरपट दौड़ रही थी। अवैध बसों का परिचालन जब अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. मुनीश नागपाल के संज्ञान मेें आया, तो उन्होंने इस बारे में सहायक परिवहन सचिव को निर्देश दिये और रोडवेज विभाग को चूना लगा रही बसों का चालान करने के आदेश दिये।
सहायक परिवहन सचिव ने इस मामले मेें कारवाई करते हुए मंगलवार सुबह ही 3 बसों को बिना परमिट के सवारी ढोते देखा, तो उन्होंने तुरन्त उनको इंपाउंड कर रोडवेज वर्कशाप में खड़ा करवा दिया। रोडवेज विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि नरवाना-किठाना रूट पर रोडवेज बस चल रही थी, लेकिन अवैध प्राइवेट बसों के परिचालन से रोडवेज बस को सवारी नहीं मिल पाती थी। जिस कारण रोडवेज बस को घाटा हो रहा था और उसको बंद करना पड़ा। वहीं नरवाना-समैन रूट पर बिना परमिट की बसें चल रही थी और एक बस का 3 बार चालान काटा जा चुका है, फिर भी उच्चाधिकारियों की कृपा दृष्टि से बस चल रही थी।
लेकिन चौथी बार मंगलवार को बस को इंपाउंड किया गया। इसके अतिरिक्त नरवाना-हिसार रूट पर चलने वाली बिना परमिट की बस भी सामने आई। इस बस के बारे मेें पता चला कि बस को टूरिस्ट के तौर पर पास करवाया हुआ था और नरवाना-हिसार रूट के अल्पाई किया हुआ था। लेकिन बस संचालकों ने अधिकारियों की आंखों में धूल झोंकने के लिए बस पर नीचे लाल पट्टी लगा दी गई थी और रोडवेज विभाग को चूना लगा रही थी। सहायक परिवहन सचिव द्वारा बसों को इंपाउंड तो कर दिया गया है, लेकिन अगले दिन ये बसें भी चालान भरने के बाद पहले की तरह सड़क पर दौड़ती नजर आयेंगी।
Scrap aluminum yard Aluminium scrap processing optimization Metal salvage yard operations