सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
प्रदेश में धान की सरकारी खरीद 25 सितंबर से शुरू हो चुकी हैं, लेकिन एजेंसियों की धान खरीद करने में कोई रूचि नहीं दिखाई दे रही है। जिसके कारण किसान लगभग 10 दिन से फसल बेचने के लिए डेरा डाले बैठे हुए हैं। लेकिन उनकी फसल को एजेंसी खरीदने के लिए तैयार ही नहीं हैं। एफसीआइ द्वारा जगह की कमी न होने का हवाला देते हुए धान की खरीद करने से बिल्कुल ही साफ ही मना कर दिया है। ऐसेे में किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए दूसरी एजेंसियों का इंतजार करना पड़ रहा है। एफसीआइ की मंगलवार, वीरवार व शुक्रवार को खरीद का दिन है, जिससे सप्ताह मेें तीन दिन फसल की खरीद बिल्कुल ही नहीं हो रही है। जब मण्डी एसोसिएशन के प्रधान जयदेव बंसल ने आढि़तयों के साथ मिलकर मार्किट कमेटी सचिव से बातचीत की, तो कोई संतोषजनक जवान न मिलने पर आढ़तियों व किसानों ने रोषस्वरूप मेला मंडी गेट पर ताला जड़ दिया और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मंडी के गेेट पर ताला जडऩे की खबर मिलते ही तहसीलदार अजय कुमार मौके पर पहुंचे और उन्होंने इस मामले में डीसी डॉ. आदित्य दहिया से बात की। जिसके बाद डीसी ने फूड सप्लाई को धान की खरीद करने के आदेश दिये। तहसीलदार द्वारा आश्वासन मिलने के बाद किसानों ने गेट का ताला खोला। किसानों संजय, रामनिवास, पवन, बलवान, रामपाल, कृष्ण, राकेश, फूला, शमशेर, नफे सिंह, रामकरण आदि का कहना है कि वो लगभग 10 दिन से मण्डी में फसल बेचने के लिए बैठे हुए हैं, लेकिन उनकी अभी तक किसी भी एजेंसी ने खरीद नहीं की है। एजेंसियों के कर्मचारी आते हैं और 10 ढेरियों की बोली करके चले जाते हैं। जिस कारण उनकी फसल बिकने का नंबर नहीं आता है। उन्होंंने बताया कि एजेंसियां जान-बूझकर उनकी फसल खरीदना चाहती, ताकि वे फसल को मिलरों को औने-पौने दामों पर बेच सके। उन्होंने कहा कि यह सब एजेंसियों व मिलरों की मिलीभगत से हो रहा है। उन्होंने कहा कि एफसीआइ ही एक ऐसी एजेेंसी है, जो एक-एक दाना खरीद सकती है, लेकिन उसके द्वारा भी नहीं खरीद की जा रही। उन्होंने कहा कि डीएफएसइ और हैफेड एजेंसियां भी धान की खरीद नहीं करना चाहिए। जिसके कारण मजबूरन उनको मंडी गेट पर ताला जडऩा पड़ा। उन्होंने कहा कि अभी तो यह शुरूआत है, आगे वो बड़ा आंदोलन करने के लिए तैयार होंगे।
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डीसी डॉ. आदित्य दहिया से फोन पर बात करने के बाद डीएफएसआइ व हैफेड द्वारा धान की खरीद करने के आदेश दिये गये। जिसके बाद दोनों एजेंसियों ने लगभग 600 क्ंिवटल धान की खरीद की जा चुकी है।
सतबीर राविश, सचिव
मार्किट कमेटी, नरवाना।
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