सत्यखबर तरावड़ी (रोहित लामसर) – दीपावली पर्व के अवसर पर लाखों-करोड़ों रुपए की आतिशबाजी से पर्यावरण में जहर घुल जाता है। जिसका प्रभाव सीधो हमारे स्वास्थय पर पड़ता है। आतिशबाजी से उठने वाले धुंए से वातावरण प्रदूषित होता है और इससे बीमारियां फैलती हैं। ऐसे में क्यों न हम इस बार दीपावली पर्व के अवसर पर पर्यावरण को बचाने का संकल्प लें। हमें चाहिए कि आतिशबाजी से परहेज कर हमें भाईचारे के साथ दीपावली का पर्व मनाना चाहिए। दीपावली पर्व मनाने को लेकर शहर के समाजसेवियों एवं उद्येगपत्तियों से बातचीत की गई तो उन्होंने भी दीपावली के अवसर पर स्वच्छ पर्यावरण को बनाए रखने का संदेश दिया।
महेश राईस मिल के एम.डी. मुकेश गोयल एवं न्यू ग्रेन मचैंट एसोसिएशन के अध्यक्ष सतपाल गुप्ता ने कहा कि हमें चाहिए कि दीपावली पर्व पर पैसे खर्च कर आतिशबाजी चलाने की बजाए क्यों न दीपावली पर्व उत्साह और भाईचारे के साथ मनाया जाए। हमें दीपावली पर्व पर भाईचारे का संदेश देते हुए प्रदूषणमुक्त दीपावली मनानी चाहिए। शिव शक्ति संर्कीतन मंडल के अध्यक्ष वेद सलूजा एवं न्यू कैम ऑयल के एम.डी. सुनील गुप्ता ने कहा कि दीपावली पर्व दीपों का त्यौहार हैं। दीपावली पर्व पर हमें क्यों न प्रदूषणमुक्त दीपावली मनाने का संकल्प लेना चाहिए।
आतिशबाजी चलाने से दीपावली पर्व को प्रदूषित किया जाता हैं, जोकि सरासर गलत हैं। श्री राम राईस यूनिट के एम.डी. संजय सिंगला एवं आर.एल. फूड से संदीप गुप्ता ने कहा कि दीपावली पर्व पर हमें खुशियां बांटने के साथ-साथ प्रदूषणरहित दीपावली मनाने को लेकर सभी को जागरूक करना चाहिए। दीपावली के अवसर पर पर्यावरण का ध्यान रखते हुए मिठाई बांटकर दीपावली पर्व मनाना चाहिए। आतिशबाजी का प्रयोग बिल्कुल नही करना चाहिए। पटाखे एवं आतिशबाजी चलाने से प्रदूषण फैलता है, जो पर्यावरण में जहर घोलने का काम करता हैं।
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