सत्यखबर, नरवाना, (सन्दीप श्योरान) – सरकार द्वारा जब सांसदों व विधायकों को पेंशन देने का प्रावधान किया गया है, तो पार्षद व पंचायत सदस्य भी इसी श्रेणी में आते हैं। क्योंकि वे भी जनता के प्रतिनिधि हैं। यह बात नगर परिषद के पूर्व चेयरमैन एवं पार्षद कैलाश सिंगला ने स्थानीय निकाय व पंचायत सदस्यों को पेंशन देने की मांग करते हुए कही।
उन्होंने बताया कि पिछले लंबे अरसे से पार्षद व पंचायत सदस्य यह मांग उठा रहे हैं कि वह भी जनता के प्रतिनिधि हैं, उन्हें भी देश की जनता द्वारा सांसद और विधायको की तरह वोट डालकर चुना जाता है। इसके अतिरिक्त ये पार्षद तथा पंच जनता की सेवा पूर्णतया सक्रियता से करते हैं। उन्होंने विधायक व सांसदों की तर्ज पर पेंशन मिलने की मांग पर जोर देते हुए कहा, सांसद व विधायकों को तो फिर भी भारी-भरकम पेंशन व वेतन दिया जाता है, लेकिन पार्षदों व पंचों की अनदेखी हो रही है।
उन्होंने टोहाना में पार्षदों द्वारा दिए जा रहे धरने का समर्थन करते हुए सभी पार्षदों से एक मंच पर आने की अपील भी की। उन्होंने यह भी कहा कि यदि पार्षदों व पंचों को पेंशन देने का कोई प्रावधान नहीं है, तो क्यों नहीं विधायकों और सांसदों की पेंशन को भी बंद कर दिया जाए, ताकि सभी जनप्रतिनिधियों में एकरूपता बनी रहे।
Industrial copper recycling solutions Copper scrap waste reduction Metal scrap treatment
Copper cable scrap recovery, Metal reutilization center, Copper scrap material sourcing