सत्यखबर फरीदाबाद (मनोज सूर्यवंशी) – चीन सीमा के पास अरूणांचल प्रदेश के पहाड़ी इलाके में क्रेश हुआ एयर इंडिया के विमान में शहीद हुए राजेश थापा का पार्थिव शरीर आज फरीदाबाद के सैक्टर 23 में उनके घर पहुंच गया, वायुसेना के जवान और अधिकारी थापा के पार्थिव शरीर को लेकर उनके घर पुहंचे, शहीद राजेश थापा के शव को तिरंगे में लपेटकर उनके घर तक लाया गया, जिसके देखते ही उनके परिजनों और उनकी दादी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया, इस दुख की घडी़ में केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, स्थानीय विधायक मूलचंद शर्मा समेत जिले के तमाम आलाधिकारी मौके पर मौजूद थे और उन्होंने इस दुख की घड़ी में कहा कि ये देश के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है जिसकी पूर्ती नहीं हो सकती।
तस्वीरों में रो-रोकर विलाप करती दिखाई दे रही ये बुजुर्ग महिला शहीद राजेश थापा की दादी है जिनके पास 2 साल की उम्र से ही रहकर राजेश थापा ने पढ़ाई की थी और फरीदाबाद से ही वायुसेना के अधिकारी के रूप में ज्वाइन की थी, जैसे ही राजेश थापा का पार्थिव शरीर उसके घर पहुंचा तो उसके परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया, आपको बता दें कि चीन सीमा के पास लापता हुए वायुसेना के मालवाहक विमान एएन-32 में फरीदाबाद में रहने वाले फ्लाइट लेफ्टिनेंट राजेश थापा के भी लापता होने के समाचार के बाद उनके भी पूरा परिवार परेशान था।
आज उनके शव के घर आने की खबर लगते ही उनके सेक्टर-23 स्थित घर में उनके रिश्तेदारों व लोगों का तांता लगा रहा और शहीद राजेश थापा के शव की एक झलक पाने के लिए सभी बेचैन दिखाई सैक्टर-23 निवासी 26 वर्षीय फ्लाइट लेफ्टिनेंट राजेश थापा मूलरूप से नेपाल के रहने वाले हैं। उसकी दादी रामा माया थापा राजेश जब दो साल का था तो वह उसे नेपाल से अपने साथ फरीदाबाद ले आई थीं। रामा माया थापा बिजली निगम से सेवानिवृत्त हैं। राजेश उनके पास ही रहकर पला बढ़ा है। राजेश ने सेंट जॉन्स स्कूल से अपनी पढ़ाई की थी। इसके बाद भारतीय वायुसेना ज्वाइन कर ली थी।
इस समय उनकी पोस्टिंग जोरहाट, आसाम में थी। रामा माया देवी ने बताया कि सोमवार तीन जून शाम करीब 5.30 बजे वायुसेना की तरफ से उन्हें सूचना दी गई थी कि राजेश थापा जिस विमान में सवार थे, वो लापता हो गया है। सेना उसकी तलाश में जुटी है। परिजनों के मुताबिक राजेश 2 मई को छुट्टी पर घर आया था और 27 मई को वापस जोरहाट चला गया था। उसके बाद उनकी लगातार बातचीत हो रही थी मगर इस सूचना के बाद से सभी घर वाले परेशान थे। लेकिन आज उनकी उम्मीदों और आशाओं पर पानी फिर गया जब राजेश का पार्थिव शरीर घर पहुंच गया, इस मौके पर केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर और स्थानीय विधायक मुलचंद शर्मा , कांग्रेसी नेताओ के साथ-साथ आलाधिकारी भी मौके पर पहुंचे, केंद्रीय मंत्री ने इस मौके पर शहीद को भावभीनी श्रंद्धाजंली दी औऱ कहा कि ये देश के लिए बहुत बड़ी क्षति है जिसकी पूर्ती नहीं की जा सकती।
वहीं इस मौके पर शहीद राजेश के साथ पढ़ने वाले एक दूसरे युवक के माता-पिता से बात की गई तो उन्होंने बताया कि राजेश और उनका बेटा एक साथ ही सेना में भर्ती के लिए गए थे लेकिन राजेश का स्लेक्शन हो गया और उनके बेटे का सलेक्शन रह गया राजेश का व्यवहार बहुत ही अच्छा था हमे सुनने के बाद ऐसा लगा जैसे की हमारा ही बेटा चला गया।
वहीं इस मौके पर सेना में मेजर के पद से रिटायर और जिला सैनिक वैलफेयर बोर्ड के अधिकारी ने बताया कि हरिय़ाणा से 3 सैनिक शहीद हुए हैं एक सोनीपत, एक फरीदाबाद और एक पलवल के हैं सरकार द्वारा दी जाने वाली सारी सुविधाएं और मुआवजा 24 से 72 घंटे के भीतर दिया जाएगा।
वहीं इस मौके पर शहीद राजेश थापा के चाचा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमें वहां से फोन आय़ा था प्लेन क्रैश हो गया है एरिया ऐसा था कि ट्रैस करने में समय लग गया वहां से आज सुबह चले हैं ये हमारे सबसे बड़े भाई का बेटा था।
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