Haryana
बचन सिंह आर्य ने गरीब अधिकार रैली की सफलता को लेकर
सत्यखबर सफीदों (महाबीर मित्तल) – प्रदेश के पूर्व मंत्री, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य एवं गरीब अधिकार रैली में मुख्यातिथि रहे बचन सिंह आर्य ने मंगलवार को नगर के आर्य सदन में पत्रकार वार्ता करके गरीब अधिकार रैली में भारी संख्या में पहुंचने पर कांगे्रस कार्यकर्ताओं का धन्यवाद किया और साथ ही साथ इस […]
सत्यखबर सफीदों (महाबीर मित्तल) – प्रदेश के पूर्व मंत्री, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य एवं गरीब अधिकार रैली में मुख्यातिथि रहे बचन सिंह आर्य ने मंगलवार को नगर के आर्य सदन में पत्रकार वार्ता करके गरीब अधिकार रैली में भारी संख्या में पहुंचने पर कांगे्रस कार्यकर्ताओं का धन्यवाद किया और साथ ही साथ इस रैली के आयोजक वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुधीर गौतम को रैली की सफलता की बधाई दी। उन्होंने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला का इस रैली के माध्यम से गरीबों व मजदूरों के लिए कांग्रेस पार्टी की ओर से 10 सूत्रिय कार्यक्रम देने के लिए भी धन्यवाद किया।
उन्होंने कहा कि इस रैली की कामयाबी ने साबित कर दिया है गरीब व मजदूर कांग्रेस पार्टी के साथ है और गरीबों व मजदूरों से सत्तासीन भाजपा व अन्य पार्टियां अपना विश्वास पूरी तरह खो चुकी है। भारतीय जनता पार्टी गरीबों, मजदूरों, कामगारों व कमेरा वर्ग को झूठे सब्जबाग दिखाकर सत्ता में आई लेकिन सत्तासीन होते हैं भाजपा को गरीब व मजदूर दिखना बंद हो गए। भाजपा ने इस वर्ग को इस्तेमाल करके सत्ता पर काबिज होते ही उन्हे हाशिए पर लगा दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का हाथ सदैव गरीब व मजदूर के साथ हमेशा रहा है और इस वर्ग ने भी हमेशा ही पार्टी को मजबूत करने का काम किया है।
उसी विश्वास का ही नतीजा है कि गरीबों व मजदूरों ने इस रैली को ऐतिहासिक बना दिया और सत्तासीन भाजपा व अन्य पार्टियों को सोचने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने कहा कि आज पूरे हरियाण प्रांत और पूरे देश के अंदर पीठ और पेट एक करके मिट्टी से सोना पैदा करने वाला किसान व उसके साथ काम करने वाला मजदूर पीडि़त, व्यथित और आंदोलित है। सरकार ने किसानों को वायदा किया था कि भाजपा की सरकार आने पर उनको फसल लागत का 50 फीसदी मुनाफा दिया जाएगा। भाजपा ने सरकार बनाकर इस वायदे को भूलाकर किसानों की पीठ पर खंजर घोपने का काम किया।
सरकार सुप्रीम कोर्ट में शपथ पत्र देकर कह चुकी है कि वह किसानों को 50 फीसदी मुनाफा नहीं दे सकती। इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि जब किसी सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र पर टैक्स लगाया गया हो। सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को प्राइवेट मुनाफा कम्पनी व किसान शोषण योजना बना दिया। इस सरकार ने खेती बाड़ी पर टैक्स लगाकर 18 हजार करोड़ रुपये एकत्रित कर लिए और किसानों को बीमा के रूप में केवल मात्र 5600 करोड़ रुपया दिया गया। भाजपा सरकार की तानाशाही रवैये के कारण प्रतिदिन 47 किसान आत्महत्या कर रहे हैं।