सत्य खबर सोनीपत
बारिश का हवाला देकर सब्जियों के दामों में भारी वृद्धि हुई है। लोकल सब्जी इन दिनों कम है और बाहर से आने वाली सब्जियां महंगी मिल रही हैं। ज्यादातर सब्जियां ₹10 से ₹20 रुपए प्रति किलो तक महंगी हो गई हैं। रसोई का बजट से बिगड़ रहा है।
कोरोना महामारी के बीच स्वास्थ्य के प्रति ध्यान दे रहे लोगों को महंगी सब्जियों ने परेशान कर दिया है। थालियों से सब्जियां गायब होती जा रही है। लोग पारंपरिक भोजन की तरफ मुड़ रहे हैं। आम घरों में सोयाबीन, दाल और चने आदि का प्रयोग करके रसोई चला रहे हैं।
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आढ़तियों की मानें तो नवंबर तक जब तक स्थानीय फसल नहीं आ जाती है तब तक इस भारी कीमत से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। सोनीपत सब्जी मंडी से प्रतिदिन करीब 1500 क्विंटल विभिन्न प्रकार की सब्जियों की बिक्री होती है। इसमें इन दिनों काफी गिरावट भी दर्ज की जा रही है।
क्योंकि सब्जियां महंगी हो गई है। ऐसे में लोग पहले की तुलना में किलो की बजाए ढाई सौ ग्राम से काम चलाने लगे हैं। बरसात में सब्जियां खराब होने के कारण बढ़े रेट : सब्जी मंडी के आढ़ती दीपांशु सैनी ने बताया कि बरसात के दिनों में अमूमन सब्जियों के दामों में वृद्धि हो जाती है।
हिमाचल से आलू की आवक होती है, जबकि भारी मात्रा सब्जियों की आवक एमपी और राजस्थान से होती है। बरसात के कारण भारी मात्रा में सब्जियां बर्बाद हो गई। स्थानीय स्तर पर केवल घीया और तोरी व खीरा आ रहा है। अक्टूबर से स्थानीय आलू और दूसरी सब्जियों की भी आवक शुरू हो जाएगी। इसके बाद दाम कम होने की उम्मीद है।
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