सत्यखबर, रेवाड़ी( संजय कौशिक )
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की धारूहेड़ा ब्रांच में 5 करोड़ के घोटाले की परतें खुलने पर अब पुलिस भी हरकत में आ गई है। पुलिस ने अलग-अलग 5 केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। यह घोटाला लोन लेने की आड़ में हुआ है तथा एसबीआई की शाखा से जुड़ा हुआ है। आपको बता दें कि बैंक शाखा की तरफ से वर्ष 2009 से 2012 के बीच 213 लोन फर्जी कागजातों के आधार पर पास किए गए। इस मामले में बड़ी बात यह रही कि ये सभी लोन राजस्थान एरिया में तिजारा तहसील के आधीन आने वाले गांवों के लोगों ने लिए थे। जैसे ही यह मामला मीडिया के संज्ञान में आया तो बैंक के वकीलों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। तब कहीं जाकर 29 लोगों पर एफआईआर के आदेश जारी हुए। इस मामले में एसबीआई के तत्कालीन कर्मचारियों की भूमिका से भी इंकार नहीं किया जा सकता तथा गाज गिरनी उन पर भी तय मानी जा रही है।
गैंग ने दिया शातिराना तरीके से वारदात को अंजाम:
एसबीआई बैंक ने वर्ष 2009 से लेकर वर्ष 2012 के बीच जो लोन जारी किए थे। उनमें से 213 पास किए गए लोन की किस्त संबंधित व्यक्तियों ने जमा ही नहीं कराई। बैंक ने कागजात खंगालने शुरू किए तो ये सभी लोन तिजारा व टपूकड़ा के लोगों के मिले। लोन की रकम वसूलने के लिए बैंक की तरफ से रिकवरी सूट डाला गया, जिसके बाद कई बड़ी परतें खुलती चली गई।बहरहाल पुलिस ने इस संबंध में 5 केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। मगर अब देखना यह होता है कि आखिर इस मामले में कौन लोग दोषी हैं और उन पर क्या कार्यवाही अमल में लाई जाती है।
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