सत्यखबर, सफीदों: विश्वव्यापी कोरोना महामारी के चलते जरूरतमंद और गरीब लोगों की मदद करने के लिए नगर के सामाजिक लोगों के अलावा सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाएं भी आगे आ गई है। इन लोगों द्वारा जरूरतमंद लोगों को पके हुए भोजन व राशन के पैकेट वितरण का कार्य शुरू हो चुका है। नगर के ऐतिहासिक खानसर चौंक स्थित स्वामी निगमबोध तीर्थ विद्यापीठ में भोजन बनाने की व्यवस्था की गई है और नगर की पुरानी अनाज मंडी में राशन की कीट पैकिंग का कार्य चल रहा है। कोरोना महामारी का असर हर किसी पर है और उन प्रवासी लोगों पर सबसे अधिक है जिनके पास कुछ नहीं है और कामधंधे बंद होने के कारण उन्हे रोजगार नहीं मिल रहा है। ऐसे लोग पैसों के अभाव में भूख से त्रस्त हो चुके हैं। इसी के चलते समाजसेवी लोगों ने ऐसे निराश्रित लोगों का पेट भरने का फैसला लिया है। विपदा के इस घड़ी में लोकतंत्र सेनानी रामगोपाल अग्रवाल, उद्योगपति कृष्ण राठी, पूर्व पालिका प्रधान राकेश जैन, समाजसेवी रामेश्वर दास गुप्ता व ठेकेदार सतबीर शर्मा के अलावा सामाजिक संस्थाओं में गुरूद्वारा सिंघ सभा, भारत विकास परिषद, श्री कृष्ण कृपा परिवार, साईं श्याम सेवा समिति, कुटिया शांत सरोवर, विश्व हिंदू परिषद, उड़ान ट्रस्ट गु्रप व गौरक्षा दल प्रमुख रूप से आगे आईं हैं।
ये सामाजिक लोग ऐसे वंचित परिवारों की सूचि तैयार करने में जुटे हैं जो गरीब बस्तियों, झौपडिय़ों व अस्थाई रूप से निवास करते है और उनके पास इस आपदा की घड़ी में सरकार द्वारा घोषित सहायताओं का लाभ लेने के लिए ना तो कोई बैंक खाता, ना कोई कागजात है और ना ही राशन कार्ड वगैरह है। शुक्रवार को एस.डी.एम. मनदीप कुमार, डी.एस.पी. चंद्रपाल बिश्रोई, तहसीलदार रामपाल शर्मा के नेतृत्व में सामाजिक लोगों ने ऐसे परिवारों को भोजन के पैकेट व राशन की कीट वितरित की गई। शुक्रवार को बांटी गई राशन की कीट में 10 किलो आटा, 2 किलो दाल, 1 किलो रिफाईंड या तेल, 2 किलो चावल, 1 किलो नमक के अलावा सब्जियां व बिस्किट शामिल किया गया ताकि ये परिवार कुछ दिनों तक अपना भरण पोषण कर सकें। वहीं जो परिवार भोजन पकाने में असमर्थ हैं उनको पका हुआ भोजन वितरित किया गया। सामाजिक लोगों ने फैसला लिया कि जब तक इस महामारी का प्रकोप कम नहीं हो जाता तब तक यह कार्य निरंतर चलता रहेगा।
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