कोरोना के खिलाफ जंग के दौरान Lock Down के बावजूद हजारों की संख्याल में प्रवासी मजदूर पैदल ही सैकड़ों किलोमीटर दूर स्थित अपने गांवों की ओर लौट रहे हैं…दूसरे राज्यों के इन मजदूरों की तकलीफ की विचलित करने वाली खबरों के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस पर संज्ञान लिया है…उन्हों ने कहा है कि सभी जिलों में सेफ कैंप बनाकर इन श्रमिकों के ठहरने और भोजन की व्यवस्था की जाएगी…सेफ कैंपों में इन श्रमिकों के स्वास्थ्य की जांच की जाएगी ताकि कोरोना के संक्रमण की स्थिति में उन्हें क्वारंटाइन किया जा सके
वीओ- मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये संकट समन्वय समिति की बैठक लेते हुए ये निर्देश दिए… सीएम मनोहरलाल ने कहा कि ऐसे श्रमिकों की आवाजाही पर कड़ी निगरानी रखें और उन्हें सेफ कैंपों में रहने के लिए समझाएं…कैंप में मजदूरों को खाना, चिकित्सा और अन्य सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी…विशेष चिकित्सा शिविर लगाकर इन श्रमिकों को चिकित्सा परीक्षण की सुविधा दी जाए…सभी जिले की सीमाओं पर नाकाबंदी करके इन श्रमिकों को आगे बढ़ने से रोका जाएगा।
मनोहरलाल ने कहा कि सभी अधिकारी अपने जिलों में उद्योगपतियों से अनुरोध करें कि वो कारखानों और औद्योगिक इकाइयों में काम करने वाले श्रमिकों के रहने और भोजन की व्यवस्था करें…श्रमिकों को किसी भी हाल में जाने के लिए ना कहा जाए…इसके अलावा जो लाभार्थी मुख्यमंत्री परिवार समृद्धि योजना और निर्माण श्रमिक बोर्ड सूची में शामिल नहीं हैं, उनके पंजीकरण में तेजी लाई जाए ताकि उन्हें एक हजार रुपये प्रति सप्ताह की वित्तीय सहायता दी जा सके
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