Haryana
महर्षी वाल्मीकि के जीवन से प्रेरणा लेकर सभी को बढऩा चाहिए आगे: पनिहारा
सत्यखबर, महेंद्रगढ़ (मुन्ना लाम्बा) – युवा जागरूकता संघ द्वारा धूमधाम से मनाई गई वाल्मीकि जयंती। बृहस्पतिवार को महेंद्रगढ़ स्थित युवा जागरूकता संघ कार्यालय पर अध्यक्ष अमित पालड़ी पनिहारा के नेतृत्व में युवाओं द्वारा महर्षी वाल्मीकि के चित्र पर माल्यार्पणन कर जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर युवाओं को प्रेरित करते हुए अमित यादव […]
सत्यखबर, महेंद्रगढ़ (मुन्ना लाम्बा) – युवा जागरूकता संघ द्वारा धूमधाम से मनाई गई वाल्मीकि जयंती। बृहस्पतिवार को महेंद्रगढ़ स्थित युवा जागरूकता संघ कार्यालय पर अध्यक्ष अमित पालड़ी पनिहारा के नेतृत्व में युवाओं द्वारा महर्षी वाल्मीकि के चित्र पर माल्यार्पणन कर जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर युवाओं को प्रेरित करते हुए अमित यादव पालड़ी पनिहारा ने कहा कि महर्षी वाल्मीकि की सर्वश्रेष्ठ रचना रामायण है, जिससे आज हमें रामायण, मर्यादा, सत्य, प्रेम, मित्रत्व तथा सेवा धर्म का पालन करने की परिभाषा मिलती है। उन्होंने कहा कि महर्षी वाल्मीकि साधारण व्यक्तित्व के व्यक्ति नहीं थे।
उन्होंने अपने जीवन की एक घटना से प्रेरित होकर अपना जीवन पथ बदल दिया जिसके कारण आज वे महान कवि के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने बताया कि महर्षी वाल्मीकि को श्री रामचंद्र के जीवन की हर घटनाओं का ज्ञान था जिसके चलते उन्होंने रामायण ग्रन्थ की रचना की। एक रचनाकार होने के साथ-साथ वे महान तपस्वी भी थे तथा अपनी कठोर तपस्या के बल पर ही उन्हें ब्रह्मा द्वारा संपूर्ण ज्ञान का वरदान मिला था। वाल्मीकि ने कहा है कि अति संघर्ष से चंदन में भी आग प्रकट हो जाती है, उसी प्रकार अवज्ञा किए जाने पर ज्ञानी के हृदय में भी क्रोध उपज जाता है। संत दूसरों को दुख से बचाने के लिए कष्ट सहते हैं तथा दुष्ट लोग हमेशा दूसरों को दुख में डालने का यत्न करते हैं। इसलिए सभी को उनके जीवन से प्रेरणा लेकर आगे बढऩा चाहिए।