सत्यखबर
किसान नेताओं ने अलग-अलग टीमें बनाई गई है। महिलाओं की टीमें भी इसको लेकर बनाई गई है। खटकड़ टोल के पास मंच बनाया जाएगा तो टोल की दो लाइनों को वाहनों के आवागमन के लिए छोड़ा जाएगा। राकेश टिकैत के कार्यक्रम में भारी संख्या में भीड़ उमड़ने का अंदेशा किसान नेताओं को है। ऐसे में वाहनों की पार्किग की व्यवस्था अलग-अलग रूट के हिसाब से की जाएगी। सभा के बाद खटकड़ गांव में राकेश टिकैत को बांगर का देशी भोजन खिलाएंगे। इसमें बाजरा की रोटी, लसुहन की चटनी के अलावा लस्सी होगी। मीठे में खीर भी बनवाएंगे।
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झांज गांव से ट्रैक्टर के काफिले के साथ राकेश टिकैत को लेकर आएंगे। मंच छोडा होगा ताकि यादा संख्या मंच पर न हो। यहां पर महिलाओं, पुरूषों के बैठने के लिए अलग-अलग जगह होगी। खटकड़ गांव में जो गुरुद्वारा है वहां भी राकेश टिकैत जाएंगे। राकेश टिकैत को सुनने के लिए हर कोई इस दिन अधिक संख्या में पहुंचेगा। यूपी की सीमा में गाजीपुर के पास 28 जनवरी रात को जो राकेश टिकैत के भावुक होने का विडियो वायरल हुआ उस दिन से आंदोलन ने तेजी पकड़ ली है।
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