सत्यखबर कुरुक्षेत्र (भारत साबरी) – कोरोना के खिलाफ जहां विश्व के सैकड़ों देश जंग लड़ रहे हैं वहीं भारत में भी 14 अप्रैल तक लॉक डाउन की घोषणा की गई। कोरोना वायरस समाज में न फैले इसके लिए लॉक डाउन के तहत कई ऐसी गाइड लाइन बनाई गई है जिससे कोरोना वायरस से बचा जा सकता है। कुरुक्षेत्र जिला में अभी तक कोई भी कोरोना पीड़ित सामने नहीं आया है। हालांकि 371 लोगों को का क्वाटरइन किया गया है और 5 लोगों का टेस्ट करवाया गया था जिनके टेस्ट की रिपोर्ट फिलहाल नेगेटिव आई है। यह एक राहत की बात है लॉक डाउन को सफल बनाने के लिए जहां पुलिस शहर में गश्त लगा रही है और प्रशासन की तरफ से कुछ गाइडलाइन जारी की गई है ।
कुरुक्षेत्र में लॉक डाउन में कुछ फेरबदल किया गया है जिसमें आवश्यक वस्तुओं की दुकानें दिनभर खुली रहेंगी। जिनमें किरयाना फल सब्जी केमिस्ट ओर यहां तक कि शराब आदि की दुकानें भी खुली रह सकती हैं। लेकिन इन सबके लिए एक गाइडलाइन बनाई गई है। दुकान के बाहर बाकायदा गोल चक्कर लगाया गया है जिसमें आने वाला ग्राहक करीब एक डेढ़ मीटर की दूरी पर खड़ा हो कर सामान ले सकता है। लेकिन हैरानी की बात है कुरुक्षेत्र में सब्जी मंडी सुबह करीब 3 घंटे के लिए खुलती है और जहां सैकड़ों की संख्या में भीड़ एक साथ जमा होती है जिसको लेकर लोग चिंतित है। क्योंकि इतनी भारी भीड़ जमा होने से कहीं ना कहीं कोरोना वायरस के चक्कर को तोड़ने के लिए जो लॉक डाउन की घोषणा की गई है। उसकी सफलता पर प्रश्न चिह्न लगता दिखाई दे रहा है।
इसके साथ साथ कुरुक्षेत्र में आलू उत्पादक किसानों को छूट दी गई है कि वह अपने आलू सब्जी मंडी में बेचने के लिए ला सकते हैं। बहरहाल लॉक डाउन में आवश्यक वस्तुओं के दुकानें किरयाना, फल-सब्जी, दवाई ओर शराब की दुकानों के साथ-साथ सब्जी मंडी में आलू उत्पादक किसानों की आवाजाही क्या कोरोना वायरस के चक्कर को तोड़ने की दिशा में परेशानी का सबब बन सकता है। बैंकों को भी 2:00 बजे तक खुले रखने की छूट है। ऐसे में लॉक डाउन कितना सफल होगा यह तो आने वाला समय बताएगा। क्योंकि कोरोना वायरस के चक्कर को तोड़ने के लिए जो जंग देश लड़ रहा है उस कड़ी में अगर कहीं चूक हो गई तो लॉक डाउन के कोई मायने नहीं रहेंगे।
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