सत्यखबर, नई दिल्ली
हर लडक़ी के शादी को लेकर काफी अरमान होते हैं। लेकिन शादी करना आसान बात नहीं है क्योंकि शादी के लिए लडक़ी को कई तरह की रस्मों से होकर गुजरना पड़ता है। इस दौरान मेहंदी, हैवी मेकअप, भारी भरकम कपड़े और ज्वेलरी एक समय के बाद लडक़ी को बोझ लगने लगती है और वो चाहती है कि अब जल्द ये रस्म रिवाज का सिलसिला खत्म हो और लाइफ थोड़ी सामान्य सी लगे। तो आज हम आपको बताएंगे कुछ ऐसे विचारों के बारे में जो शादी के बाद हर दुल्हन के मन में आते हैं। इनको पढक़र आपको भी अपने दिन जरूर याद आएंगे और यकीन मानिए आप अपनी मुस्कान को रोक नहीं पाएंगी।
1. जैसे ही शादी की रस्म पूरी होती है दुल्हन को सबसे ज्यादा खुशी इस बात की होती है कि उसका भारी भरकम लहंगे और ज्वेलरी से पीछा छूटा और वो मन ही मन कहती है थैंक गॉड! फुर्सत मिली अब 20 किलो के लहंगे और 10 किलो ज्वेलरी से।
2. शादी के बाद जैसे ही लडक़ी ससुराल आती है। उसे कुछ वहां की रस्मों को भी निभाना पड़ता है। ऐसे में वो मन ही मन ये सोच रही होती है कि जल्दी से जल्दी इन रस्मों से पीछा छूटे और मैं थोड़ी देर चैन की नींद सो पाऊं क्योंकि शादी के दौरान उसे रातभर जागना होता है।
3. ससुराल पहुंचने के बाद लडक़ी को सबसे ज्यादा एक्साइटमेंट हनीमून का होता है क्योंकि ये उसका पति के साथ सबसे खास लम्हा होता है, जो जीवनभर की याद बन जाता है। ऐसे में हर लडक़ी के मन में कई तरह की प्लानिंग चल रही होती हैं।
4. ससुराल आने के बाद भी कुछ मेहमान एक या दो दिन रहकर जाते हैं। ऐसे में लडक़ी मन में सोचती है कि ये कब जाएंगे ताकि में नॉर्मल होकर रह पाऊं। क्या बाहर पानी लेने के लिए भी अब मेकअप करना पड़ेगा।
ये भी पढ़ें… मां का सपना पूरा करने के लिए बेटा हेलिकॉप्टर में लेकर आया दुल्हन, बिना दहेज की शादी
5. शुरू शुरू में तो साड़ी और पल्लू के लिए दिमाग तैयार होता है, लेकिन कुछ दिनों बाद ये बोझ लगने लगता है और लडक़ी से बहू बन चुकी दुल्हन ये सोचती है कि कब इस पल्लू और साड़ी से मुक्ति मिलेगी।
6. जो लडक़ी अपने घर में जोर से दहाड़ कर मां.बाप से हक से बात करती थी, उसे ससुराल आकर बहुत सभ्यता के साथ धीरे धीरे बात करनी पड़ती है। ऐसे में अपने बनावटीपन से वो खुद ही परेशान हो जाती है और सोचती है कि आखिर ऐसे कब तक चलेगा।
7. शादी की एक रस्म आपको मिस से मिसेज बना देती है और आपका पूरा जीवन बदल जाता है। शुरुआती दिनों में आपको क्या अच्छा लगा और क्या बुरा, ये बात हर लडक़ी अपनी सहेली, मां या बहन से बांटना चाहती है। लेकिन उसे फुरसत ही नहीं मिलती क्योंकि ससुराल में वो हमेशा लोगों से घिरी रहती है। ऐसे में वो सिर्फ ये सोचती है कि कुछ देर के लिए कहीं अकेले का कोना मिल जाए जहां वो अपने मन की बातें कर पाए।
Aluminium scrap billet production Aluminium scrap grade analysis Metal scrap reclamation solutions