सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
विकासशील देशों में गठिया रोग की समस्या बहुत तेजी से बढ़ रही है। बुजुर्गों को होने वाली यह बीमारी अब युवाओं को भी तेजी से चपेट में ले रही है। भारत में यह रोग मधुमेह के बाद सबसे तेजी से फैल रहा है। यह बात विश्व गठिया दिवस पर फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. राजेश गुप्ता ने कही। उन्होंने कहा कि प्रदूषण, गंदगी और आधुनिक जीवन-शैली इस रोग के बढऩे का कारण है। गठिया केवल जोड़ों का रोग नहीं है, बल्कि मधुमेह की तरह इससे भी शरीर के हर अंग पर प्रभाव पड़ता है। यह अनुवांशिक बीमारी नहीं है, लेकिन सिगरेट, शराब आदि के सेवन से यह बीमारी होने का खतरा रहता है। गठिया को जोड़ों में दर्द के रोग के रूप में जाना जाता है। इस रोग के तहत कई जोड़ों में दर्द, अकडऩ या सूजन आ जाती है। गठिया रोग के कई प्रकार होते हैं, जिसमें छोटे एवं बड़े जोड़ शामिल होते हैं। गठिया रोग से बचने से कुछ सामान्य तरीकों को अपनाकर दर्द से छुटकार पाया जा सकता है। पीडि़त व्यक्तियों को इन सुझावों पर ध्यान देना चाहिए, जैसे धुम्रपान न करें, तनाव से बचें, पर्याप्त नींद लें, अल्कोहल का सेवन न करें, स्वच्छ आहार खायें, वजन ठीक रखें, नियमित कसरत करें, जोड़ों की मसाज करें, पानी की मात्रा ज्यादा करें, विटामिन डी एवं सी का प्रयोग करें।
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