सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
नरवाना के गांव सिंगवाल के सरकारी स्कूल के हिंदी प्राध्यापक जगबीर दुहन बच्चों को नित प्रतिदिन सुंदर लेखन के प्रति प्रेरित करते दिखाई देते हैं। हालांकि जगबीर दुहन दिव्यांग की श्रेणी में आते हैं, पर उनका लिखाई के प्रति रुझान गजब का है। शायद, यही कारण रहा होगा कि इसी लेखन ने उनका कालेज कॉडर में प्राध्यापक के पद पर चयन भी करवाया हुआ है। वे इसके लिए बच्चों की अलग कक्षा लेते हैं, ताकि वे सुंदर लेखन से अपनी पहचान बना सकें। उनका कहना है कि एक सुंदर लेखन व्यक्तित्व का आईना होता है और इससे व्यक्ति दूसरों का चहेता बन जाता है। वे इस काम को अप्रैल से जुलाई तक 9वीं कक्षा के बच्चों को वर्णों, अक्षरों की बनावट व उच्चारण का ज्ञान करवाते हैं और यह कार्य वे कक्षा समय से अतिरिक्त समय देकर करवा रहे हैं। उन्होंने बताया कि साल 2013 में नियुक्ति के बाद जब उन्होंने विद्यालय के बच्चों की खराब लिखाई देखी, तो तभी से उन्होंने लेखन सुधार का बीड़ा उठाने का संकल्प लिया। आज उन द्वारा सिखाए अनेको ऐसे विद्यार्थी हैं जिन्होंने लेखन में सुधार के बल पर कई प्रतियोगी परीक्षाओं में अपनी जगह बनाई है। जगबीर दुहन के अध्यापन कार्य में भी इनकी कर्मठता व परिश्रम का कोई सानी नहीं। विद्यालय प्राचार्य गुरमुख मोर ने उनकी सराहना करते हुए कहा कि प्राध्यापक दुहन कई बार अवकाश के दिन भी विद्यालय में बच्चों के भविष्य को संवारने में लगे रहते हैं। उनके लिए विद्यालय के कार्यों से बढ़कर कोई कार्य नहीं। इसमें वे अपनी दिव्यांगता को आड़े नहीं आने देते।
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