सत्यखबर,सोनीपत
सोनीपत के सिंधु बॉर्डर पर लगातार किसान तीन कृषि कानूनी खिलाफ बैठ हुए हैं और हरियाणा में महापंचायतों का दौर भी जारी है। उसी के चलते सोनीपत के खरखोदा में आज सर्व जातीय महापंचायत का आयोजन किया गया जिसमें किसान नेता राकेश टिकैत पहुँचे।सरकार का रवैया बिल्कुल खराब है ,जो किसान के विरोध में है।ये तीनों कानून किसान विरोधी, देश में क्रांति होंगी ।देश मे जो क्रांति होगी उस मे क्या इस्तेमाल होगा ये आप को पता है।
देशभर में किसान महापंचायत होगी, बंगाल में भी किसान ट्रैक्टर रैली होंगी।
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों ने यह कानून नहीं पड़े और इनकी जानकारी नही है। अगर किसान की फसल ठीक रेट में बिक रही है तो कारण ठीक है।वहीं हरियाणा के अलावा उत्तरप्रदेश व अन्य राज्यों में धान की फसल 500 से ₹700 में खरीद रहे हैं जो गलत है। किसान की फसल को आधे रेट में खरीद रहे और कानून में सब ठीक बता रहे हैं। वहीं के मंत्री बयान देते हैं कि भीड़ जुटाने से कानून वापस नहीं होते। मंत्रियों की बुद्धि भ्रष्ट हो चुकी है। भीड़ जुटने से सरकारें बदल जाती हैं ।यह सभी पागल हो चुके हैं। इनके दिमाग खराब हो चुके हैं। अभी तो हम कह रहे हैं कि बिल वापसी लिए हो अभी यह नारा नहीं लगाया है कि सत्ता वापस ले लो अभी हम सिर्फ बिल वापसी की बात कर रही हैं।
हमारी कमेटी के आदमियों से बात कर ले जो 40 आदमी हैं। उन पर हरियाणा के अलावा सभी ने विश्वास जताया है। सभी किसान एकजुटता बनाकर रखें राकेश टिकैत ने कहा कि अभी किसान खेत में काम भी करेगा और दिल्ली के बॉर्डर पर आंदोलन भी चलेगा। हम पूरे देश भर में जाएंगे और ट्रक्ट्रो की रैली होगी। पूरी दुनिया में ट्रैक्टरों का आंदोलन होगा और आंदोलन की पहचान ट्रेक्टर होगा। चारों तरफ से समर्थन मिल रहा है लेकिन आपको जानकारी नहीं है क्योंकि फिलहाल सभी चीजों पर रोक लगा रखी है। सयुक्त किसान मोर्चा ने कहा था था आंदोलन ट्रैक्टरों का है किसान भी वही है और ट्रैक्टर भी वही है। यह वही ट्रैक्टर है जो दिल्लीली की सीमाओं पर रुके हुए है। अभी सरकार यहीं नहीं रुकी अभी और बील लेकर सरकार आ रही है जिन पर लगाम लगाने जरूरी है।
यह सरकार देश के अनाज को तिजोरी में बंद करना चाहती है। अगर तिजोरी में अनाज बंद हो गया तो गरीब आदमी का क्या होगा ,महंगाई कहां जा चुकी है। डीजल पेट्रोल के रेट कहां है।जो यह आंदोलन गरीब किसान का भी है। जिसको अनाज राशन की दुकान पर मिलता है। यह उनका बेहद 4:30 करोड़ लोग रेल की पटरी पर गुजारा कर रहे हैं। साप्ताहिक बाजार भेजो अपना गुजारा कर रहे हैं। यह गरीब को बर्बाद करने का कानून है। यह तीन कानून नहीं है इस तरह के बहुत कम आ रहे हैं।यह बेलगाम हो जाएंगे और इन पर लगाम लगाने जरूरी है।यानी कि इनको नाथ फोड़ने की जरूरत है। जो सबसे बिगड़ैल भैसे को नाथ डाली जाती है और अब सरकार को नाथ का डालने की जरूरत है। आम जनता ने सरकार को ज्यादा ताकत दे दी है और नाथ फोड़ने के बाद यह सीधे चलेंगे और तीनो कानून भी वापस लेंगे।
हमने मैसेज दे दिया कि बंगाल के किसान का भी चावल msp पर खरीदना चाहिए। जब देशभर मे एमएसजी का कानून लागू होगा।तो देश भर में फसल msp पर दी जाएगी।चाहे ना कर दिया व्यापारी खरीदे या सरकार कोई भी खरीदे। सरकार को कहा कि आप कानून बनाए एमएसपी पर कानून की जरूरत है कोई भी खरीद ली लेकिन उन्हें msp पर ही खरीदें। सभी तैयार रहें और देश में क्रांति भी होगी। क्रांति जब होगी तब बताया जाएगा। गांव के लोग समझ गए होंगे। सयुक्त किसान मोर्चा क्रांति कब होगी और कहां होगी बता दिया जाएगा और हल में क्या क्या इस्तेमाल होगा वह गांव के लोग समझ गए। किसान झारखंड छत्तीसगढ़ और राजस्थान की तैयारी किसान आंदोलन की तैयारी कर रहे है।
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यह सरकार देश के अनाज को तिजोरी में बंद करना चाहती है। अगर तिजोरी में अनाज बंद हो गया तो गरीब आदमी का क्या होगा ,महंगाई कहां जा चुकी है। डीजल पेट्रोल के रेट कहां है।जो यह आंदोलन गरीब किसान का भी है। जिसको अनाज राशन की दुकान पर मिलता है। यह उनका बेहद 4:30 करोड़ लोग रेल की पटरी पर गुजारा कर रहे हैं। साप्ताहिक बाजार भेजो अपना गुजारा कर रहे हैं। यह गरीब को बर्बाद करने का कानून है। यह तीन कानून नहीं है इस तरह के बहुत कम आ रहे हैं।यह बेलगाम हो जाएंगे और इन पर लगाम लगाने जरूरी है।यानी कि इनको नाथ फोड़ने की जरूरत है। जो सबसे बिगड़ैल भैसे को नाथ डाली जाती है और अब सरकार को नाथ का डालने की जरूरत है। आम जनता ने सरकार को ज्यादा ताकत दे दी है और नाथ फोड़ने के बाद यह सीधे चलेंगे और तीनो कानून भी वापस लेंगे।
हमने मैसेज दे दिया कि बंगाल के किसान का भी चावल msp पर खरीदना चाहिए। जब देशभर मे एमएसजी का कानून लागू होगा।तो देश भर में फसल msp पर दी जाएगी।चाहे ना कर दिया व्यापारी खरीदे या सरकार कोई भी खरीदे। सरकार को कहा कि आप कानून बनाए एमएसपी पर कानून की जरूरत है कोई भी खरीद ली लेकिन उन्हें msp पर ही खरीदें। सभी तैयार रहें और देश में क्रांति भी होगी। क्रांति जब होगी तब बताया जाएगा। गांव के लोग समझ गए होंगे। सयुक्त किसान मोर्चा क्रांति कब होगी और कहां होगी बता दिया जाएगा और हल में क्या क्या इस्तेमाल होगा वह गांव के लोग समझ गए। किसान झारखंड छत्तीसगढ़ और राजस्थान की तैयारी किसान आंदोलन की तैयारी कर रहे है।
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