NATIONAL
स्टेट क्राइम ब्रांच की एंटी ह्यूमन ट्रेफिकिंग यूनिट में तैनात एएसआइ राजेश कुमार का एक ही मिशन, जानकर हो जायेंगे आप हैरान

सत्यखबर
राजेश कुमार का एक ही मिशन है कि वह परिवार से बिछड़ चुके लोगों को मिलाए। अब तक अपनों से बिछड़े हुए करीब 500 महिलाओं, पुरुषों व बच्चों को वह मिला चुके हैं। कई ऐसी महिलाओं को वह तलाश चुके हैं, जिनसे मिलने की आस उनके परिवार के लोग छोड़ चुके हैं।
रोहतक में कोच और उसके परिवार पर हमला, गोलीबारी में बच्चे और उसकी मां समेत पांच की मौत
अभी उन्होंने उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर जिले की रहने वाली महिला को तलाशा। यह महिला सरस्वतीनगर के गांव मगरपुर में बने नी आसरा दा आसरा आश्रम में रह रही थी। यह महिला मानसिक रूप से बीमार है। जिस वजह से परिवार से बिछड़ कर अंबाला में पहुंच गई थी। एएसआइ राजेश ने अंबाला पुलिस से बात कर महिला को मगरपुर गांव में बने आश्रम में रखवाया। फिर उसके परिवार की तलाश शुरू की। एएसआइ राजेश कुमार ने बताया कि महिला के बारे में सुलतानपुर जिले में संपर्क किया गया, लेकिन कोई पता नहीं लगा। बाद में इस महिला की फोटो फेसबुक पर डाली। साथ में अपना मोबाइल नंबर भी डाला। कुछ दिनों बाद उनके मोबाइल पर ाकाल आई और एक व्यक्ति ने महिला के बारे में जानकारी दी। जिस पर महिला के परिवार से संपर्क किया और महिला के परिवार को बुलाया। महिला की पहचान द्रोपदी के रूप में हुई। उसका पति श्याम लाल उसे लेने पहुंचा।
एएसआइ राजेश कुुमार ने आश्रमों का रिकॉर्ड एकत्र कर रखा है। उन्होंने देशभर के आश्रमों के कॉन्टेक्ट नंबर जुटा रखे हैं। इसी के जरिए वह गुमशुदा लोगों के बारे में इन आश्रमों में पता करते हैं। एएसआइ राजेश का कहना है कि जब भी कोई परिवार से बिछड़ता है, तो उसे केवल आश्रमों या फिर मंदिर व गुरुद्वारा में सहारा मिलता है। इसलिए इन सब जगहों के नंबर उन्होंने जुटा रखे हैं। अब तो आश्रमों व मंदिरों से उनके पास भी किसी गुमशुदा के बारे में काल आ जाती है। फिर वह उसके आधार पर तलाश शुरू कर देते हैं।