सत्यखबर नरवाना (सन्दीप श्योरान) – आर्य वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्रांगण में स्वामी श्रद्धानंद व प. रामप्रसाद बिस्मिल के बलिदान दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा, दिल्ली के प्रधान स्वामी आर्य वेश ने की। स्वामी जी ने बच्चों को संस्कारित करने के लिए महर्षि दयानंद द्वारा रचित संस्कार विधि पर विचार दिए। स्वामी श्रद्धानंद धर्मार्थ लैबोट्री के नवीन भवन व फुली बायोकेमिस्ट्री कंप्यूटराइजड मशीन का रिबन काटकर उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम के मुख्यातिथि योगाचार्या पूनम आर्या व प्रवेश आर्या रही।
आर्य शिक्षण संस्थाओं के चारों विद्यालय के छात्र व छात्राओं ने स्वामी जी के जीवन पर व नैतिक शिक्षा की अनिवार्यता पर आधारित एक-एक समूहगान व एक-एक भाषण प्रस्तुत किया। स्वामी आर्य वेश ने बताया कि स्वामी श्रद्धानंद ने हरियाणा के झज्जर में महात्मा गांधी को महात्मा कहकर पुकारा था। उन्होनें बताया कि स्वामी श्रद्धानन्द जी कभी भी किसी प्रकार का मजहब का भेद नहीं रखते थे। स्वामी जी लाला पतराम जी के अच्छे मित्र थे तथा समय-समय पर उनसे मिलने नरवाना आते रहते थे।
कार्यक्रम के अंत में सभी आये हुए अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किये गये तथा प्रतिभागी छात्र-छात्राओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर इन्द्रजीत आर्य, नरेश आर्य, अश्वनी आर्य, हरिश कुमार, पवन कुमार, अनिल कुमार, विवेक आर्य, आमोद गर्ग, कृष्ण लाल, रमेश कुमार, भगवान दास, अनुराग आर्य, अरूण कुमार, प्राचार्य डॉ विनोद कौशिक, उषा मित्तल, सुनीता नांरग मौजूद रहे।
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