Haryana
हम माता-पिता का ऋण कभी नहीं चुका सकते
सत्यखबर पिल्लूखेड़ा (संजय जिन्दल) – गांव ढाठरथ में चल रही श्रीराम लीला के दसवें दिन का शुभारंभ सुरेश गुप्ता व शरत कुमार अत्री ने करते हुए कहा कि भगवान राम हम सभी के आराध्य देव है। हमें सदा भगवान के नाम का सुमरन करना चाहिए। श्रीराम की लीला में एक पिता का, माता का, भाई […]
सत्यखबर पिल्लूखेड़ा (संजय जिन्दल) – गांव ढाठरथ में चल रही श्रीराम लीला के दसवें दिन का शुभारंभ सुरेश गुप्ता व शरत कुमार अत्री ने करते हुए कहा कि भगवान राम हम सभी के आराध्य देव है। हमें सदा भगवान के नाम का सुमरन करना चाहिए। श्रीराम की लीला में एक पिता का, माता का, भाई का, पत्नी का व राजा का कर्तव्य दिखाया जाता है। उन्होंने कहा कि हर इंसान में सद्गुण होने चाहिए और आज्ञाकारी होना चाहिए। हर रोज सुबह सवेरे अपने माता-पिता व बड़े बुजुर्गों से आशीर्वाद लेना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हम माता-पिता का ऋण कभी नहीं चुका सकते। अगर मां-बाप का कहना मानोगे तो जीवन में कभी कठिनाई नहीं आएगी। श्रीराम लीला के दौरान कलाकारों द्वारा हनुमान जी द्वारा अशोक वाटिका में जाना और वाटिका को उजाडऩा, अक्षय कुमार का वध करना, मेघनाथ द्वारा हनुमान को बंदी बनाकर सभा में लेकर जाना, रावण हनुमान संवाद, रावण द्वारा क्रोधित होकर हनुमान जी की पूंछ में आग लगवाना। हनुमान जी द्वारा लंका जलाना। रामा दल द्वारा अंगद को रावण के दरबार में भेजना अंगद द्वारा अपना पैर जमाना और फिर लक्ष्मण, मेघनाथ का युद्ध होता है।
जिसमें मेघनाथ लक्ष्मण को मूर्छित कर देते हैं हनुमान जी द्वारा अमृत संजीवनी बूटी लाना और लक्ष्मण जी के प्राण बचाना। कुंभकरण वध, लक्ष्मण, मेघनाथ के बीच घमासान युद्ध होना, मेघनाथ वध और अंत में भगवान श्रीराम द्वारा रावण का वध करना आदि दृश्य दिखाए गए और सीता जी को साथ लेकर पुष्पक विमान द्वारा अयोध्या जाना। अयोध्या वासियों द्वारा भगवान श्रीराम का स्वागत करना और श्रीराम का राज तिलक करना, की लीला का मंचन किया गया।