सत्यखबर
इस बार सिरसा जिले समेत अन्य जिलों में किन्नू की बंपर फसल है पर भाव तुलनात्मक रूप से कम है। बागवानी करने वाले किसानों को किन्नू के उचित दाम नहीं मिल रहे हैं। किसान आंदोलन के कारण दिल्ली के रास्ते बंद होने के कारण दिल्ली तो किन्नू नहीं जा रहा है। इसी के साथ जिले में बाहर से व्यापारी नहीं पहंचने से किन्नू के बागों के ठेके ही नहीं हो पाए। पिछले वर्ष के मुकाबले केवल 25 फीसदी व्यापारी ही किन्नू का कारोबार करने के लिए सिरसा पहुंचे हैं। किन्नू का भाव नहीं मिलने का एक कारण किसान आंदोलन को भी माना जा रहा है।
- छह से सात रुपये में बिक रहा
सिरसा जिले में प्रतिवर्ष किन्नू का क्षेत्र बढ़ रहा है। जिले में किन्नू के 15 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बाग है। इन दिनों पूरी तरह से तैयार व कलर वाला किन्नू अधिकतम 6 से 7 रुपये किलो बिक रहा है। जबकि पिछले साल किन्नू 15 रुपये से 16 रुपये के भाव से बिका था। किन्नू के भाव नहीं मिलने से किसानों को काफी दिक्कतें हो रही है। क्योंकि इस किन्नू की लागत भी पूरी नहीं हो पा रही है। हालांकि आम ग्राहक को बाजार में यह किन्नू 20 से 25 रुपये के बीच में मिल रहा है। ऐसे में फायदा बीच वालों को हो रहा है। जबकि बाग संचालक और ग्राहक दोनों ही नुकसान में है।
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