सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान):-
21 फरवरी, अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के मौके पर हिंदी हैं हम हिन्दोस्तां हमारा, एक कवि की बात को दोहराते हुए राजकीय स्कूल सिंगवाल के हिंदी प्राध्यापक जगबीर दूहन ने कहा कि हमें गर्व होना चाहिए, हिंदी हमारी मातृभाषा है। हमारी मातृभाषा का हमें उतना ही सम्मान करना चाहिए, जितना कि हम अपनी जननी माता का करते हैं। पहली बात तो यही है कि हम हिंदी बोलें, हिंदी पढ़ें और हिंदीं लिखें। हिंदी में हस्ताक्षर करने से भी हमें कभी संकोच नहीं करना चाहिए। मातृभाषा हिंदी की सबसे बड़ी विशेषता है कि यह किसी भी प्रकार के दिखावे से दूर है। मैं ऐसी सरल, श्रेष्ठ तथा सादगी भरी मातृभाषा को हृदय से प्यार करता हूँ।
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