सत्य खबर
कोरोना वारयस की दुसरी लहर दिन प्रतिदिन बेकाबू होती जा रही है। जिसके चलते जहां एक और अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन या वेंटिलेटर की कमी आ रही है तो वहीं दुसरी और अस्पतालों के शव घर में शव रखने की जगह नहीं है। ऐसा ही एक मामला गुजरात से आया है।
बता दें कि जिला वलसाड के सिविल अस्पताल के कोरोना आइसोलेशन वार्ड से एक के बाद एक शव बाहर निकल रहे हैं। पोस्टमार्टम रूम में शव बिखरे पड़े हैं। कोरोना के कारण मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ा रहा है,इसलिए अंतिम संस्कार के लिए जरूरी डेथ सर्टिफिकेट बनाने में घंटों लग रहे हैं। पड़े-पड़े शवों से दुर्गंध आने लगी है।
अमित शाह जो सिविल अस्पताल के सुपरिटेंडेंट है उन्होंने बताया कि यहां कोविड के मरीजों के लिए 400 बेड का इंतजाम है। उनका कहना है कि मरीज यहां हालत खराब करके पहुंच रहा है। वह तब आ रहा है जब उसे ऑक्सीजन या वेंटिलेटर की जरूरत महसूस हो रही है।मरीजों की संख्या अचानक बढ़ने से वर्कलोड काफी बढ़ गया है। कोविड वार्ड से पोस्टमार्टम रूम तक शव को लाने के लिए कामदारों को आउट सोर्स किया गया है।
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