सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :- चिराग पब्लिक स्कूल में जिला बाल कल्याण परिषद के तत्वाधान में मनोवैज्ञानिक परामर्श और अभिप्रेरणा समस्याओं से बाहर निकलने का रचनात्मक तरीका विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। जिला बाल कल्याण अधिकारी अनिल मलिक ने कहा कि माता-पिता को बाल्यावस्था से ही बेटे-बेटियों के बीच दोस्ती व बेहतर संवाद को बढ़ाना चाहिए। अच्छी परवरिश का कौशल यह है कि बच्चे में बिना लिंगभेद के समान शिक्षा के अवसर प्रदान करने चाहिए। बच्चों को अनुशासन सीखाएं, उनको समय दें और उन पर अपनी इच्छाओं को ना थोपें, उनकी बातों को ध्यानपूर्वक सुनें। अनिल मलिक ने बताया कि आज के समय में मनोवैज्ञानिक परामर्श बहुत आवश्यक है। आज बच्चें अपने अन्दर आ रहे बदलावों और उनके मन में उठ रहे सवालों या समस्याओं का समाधान एकदम से चाहते हैं। परवरिश के दौरान व्यवहारिक व नैतिक व्यक्तित्व विकास की शिक्षा अवश्य दें। उन्होंने कहा कि आज कल हमारे समाज में घट रही बाल यौन शोषण की घटनाओं के बारे में हम आपसी अच्छी समझ से बच्चों को जागरूक कर सकते हैं।
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