आरपीएफ का खेल, जीआरपी ने किया फेल
आरपीएफ जवान पर युवक को जबरन बंदी बनाने व मारपीट का आरोप
रेवाड़ी (संजय कौशिक) – जब कोई व्यक्ति कोई अपराध कर देता है तो पुलिस उसके साथ किस तरह का सलूक करती है, यह बताने की जरूरत नहीं है, लेकिन जब पुलिस अपनी सीमा लांघकर दबंगई पर उतारू हो जाए तो इसे आप क्या कहेंगे। जी हां, रेवाड़ी आरपीएफ पुलिस का ऐसा ही एक कारनामा सामने आया है, जिसमें आरपीएफ पुलिस के कर्मचारी अपने ही कारनामों को लेकर फंसते नजर आ रहे हैं। रेलवे पुलिस ने आरपीएफ के ऐसे दो जवानों के खिलाफ एक युवक को झूठे केस में फंसाने के आरोप केस दर्ज किया है।
दरअसल, 15 दिन पूर्व रेवाड़ी आरपीएफ पुलिस ने ट्रेनों में अवैध रूप से सामान बेचने वालों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया था। आरोप है कि दरोगा के इशारे पर आरपीएफ के दो जवानों ने रंजिश के चलते गुरूग्राम रेलवे स्टेशन पर खड़े एक युवक को जबरन धर दबोचा और बंदी बनाकर न केवल उसके साथ मारपीट की, बल्कि उसका मोबाइल व जेब से पैसे भी छीन लिए और रेवाड़ी लाकर पुलिस ने उस पर झूठा केस दर्ज कर दिया। युवक ने जब अपना कसूर पूछा तो थाने में उसके साथ मारपीट की गई। वहीं सूचना के बाद जब परिजन थाने पहुंचे तो उनके साथ भी आरपीएफ के इन जवानों ने बदसलूकी की।
युवक की शिकायत पर जब यह सारा मामला उच्चाधिकारियों तक पहुंचा तो उन्होंने इन दोनों जवानों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पीडि़त युवक की मानें तो वह काफी समय पहले रेलवे स्टेशन पर वैंडर का काम करता था और उस वक्त मंथली न देने की रंजिश के चलते उस पर यह झूठा केस दर्ज किया गया है।
वहीं इस मामले को लेकर जब हमारे संवाददाता ने आरपीएफ दरोगा का पक्ष जानना चाहा तो वे कैमरे पर आने को तैयार ही नहीं हुए। मगर कुछ भी हो, रेवाड़ी जंक्शन पर आरपीएफ की दबंगई सिर चढक़र बोल रही है। सूत्रों की मानें तो दरोगा जी ऊंची पहुंच रखते हैं, जिसके चलते यहां वैंडरों से मंथली का मोटा खेल खुलेआम चल रहा है। अब देखना यह होगा कि रेल विभाग इस मामले में क्या कार्यवाही अमल में लाता है।