सत्यखबर,चरखी दादरी (विजय ठिंठोरिया)
दादरी की नई अनाज मंडी में गेहूं खरीद की लिफ्टिंग न होने के कारण मंडी में किसान और आढ़ती परेशानी की स्थिति में हैं। गेहूं का उठान न होने से जहां मंडी गेहूं से अटी पड़ी है, वहीं किसानों को फसल डालने के लिए जगह नहीं मिल रही है। उन्हें जमीन पर ही कच्चे में गेहूं डालने पर मजबूर होना पड़ रहा है। कच्चे में फसल डालने से जहां गेहूं खराब होने से उन्हें हो रहा है, वहीं मिट्टी व रेत मिल जाने के कारण गेहूं की गुणवत्ता पर भी असर पड़ रहा है। एडीसी व सीटीएम ने मंडी का दौरा कर किसानों की समस्याएं सुनी और मंडी अधिकारियों को तुरंत लिफ्टिंग करवाने के निर्देश दिए।
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बता दें कि इस समय अनाजमंडी में गेहूं की आवक पिछले वर्ष की अपेक्षा काफी ज्यादा है। किसानों को मंडी में गेहूं डालने की जगह तक नहीं मिल पा रही है। मजबूरन किसानों को कच्चे मैदान में ही गेहूं डालना पड़ रहा है। हालांकि प्रशासन द्वारा मंडियों में प्रबंधों के पुख्ता दावे भी किए थे बावजूद इसके प्रबंधों को दावे हवाई साबित हो रहे हैं। मंडी में किसानों का पीला सोना रेत में मिल रहा है। यहां तक कि किसानों द्वारा स्वयं ही अपनी फसल की सफाई करनी पड़ रही है।
मंडी में गेहूं लेकर पहुंचे किसान बिजेंद्र सिंह, कमलेश,पतराम, सूरजमल, रामफल आदि ने बताया कि गेहूं की लिफ्टिंग न होने के कारण उनके सामने किसानों को उनकी फसल का भुगतान करने की समस्या पैदा हो गई है, क्योंकि खरीद एजेंसियां गेहूं की लिफ्टिंग होने के बाद ही गेहूं का भुगतान कर रही हैं। सफाई व अन्य सुविधाएं भी ना के बराबर हैं। मजबूरी में उन्हें रेत में अपनी फसल डालनी पड़ रही है। जिसके कारण उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ेगा।
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वहीं एडीसी राहुल नरवाल व सीटीएम अमित मान मंडी में खरीद व लिफ्टिंग का जायजा लेने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि गेहूं की लिफ्टिंग के प्रबंध कर दिए गए हैं और जल्द ही किसानों की समस्याओं का भी समाधान कर दिया जाएगा। गेहूं का उठान बारे संबंधित एजेंसी को निर्देश दे दिए हैं तो जल्द फसल की लिफ्टिंग करवाएं। अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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