राष्‍ट्रीय

एनएचएम के 21 कर्मचारियों को ड्यूटी ज्वाइन करने का पत्र जारी

सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारी विभिन्न मांगों को लेकर गत 5 फरवरी से हड़ताल पर चल रहे थे, जिसको लेकर मरीजों को परेशानी उठानी पड़ रही थी। वहीं नागरिक अस्पताल में एंबुलैंस चालक व ईएमटी 8 फरवरी से हड़ताल पर थे, तो 9 फरवरी से एएमओ, एएनएम, स्टाफ नर्स आदि 21 कर्मचारी हड़ताल पर थे। सरकार द्वारा बार-बार काम पर लौटने के आदेश जारी करने के बाद भी कर्मचारी काम पर नहीं लौटे तो उनको बर्खास्त करने के आदेश जारी कर दिये गये। लेकिन उससे पहले एसएमओ डॉ. देवेन्द्र बिंदलिश द्वारा सभी हड़ताली कर्मचारी को एक मौका देते हुए पत्र जारी कर ड्यूटी ज्वाइन करने के आदेश दे दिये और कहा कि जो आदेश नहीं मानेगा उसकी सेवायें समाप्त कर दी जायेंगी। हड़ताली एनएचएम कर्मचारी जिनको पत्र जारी किया गया, उनमें एकाउंटेंट एसीस्टेंट मीनू रानी, एएमओ डॉ. सवीता, फार्मासिस्ट जगदीप, एएनएम ज्योति, कृष्णा शर्मा, सीमा देवी, स्टाफ नर्स कविता, सुनीता देवी, अंजू बाला, बिंती देवी, रीना, एंबुलैंस चालक संदीप, सुरेश, विरेन्द्र, राजेश, रामगोपाल, ईएमटी सूरजभान, कुलदीप, प्रमोद, अनिल, बलकार आदि 21 कर्मचारी शामिल हैं। अगर ये कर्मचारी पत्र मिलने के बाद ड्यूटी ज्वाइन कर लेते हैं, तो इनको नौकरी पर रख लिया जायेगा, नहीं तो बर्खास्त समझा जायेगा।

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एंबुलैंस चालक हड़ताल पर होने से मरीजों को हो रही है परेशानी
नागरिक अस्पताल में गत 8 फरवरी से एंबुलैंस चालक व उनके सहायक हड़ताल पर चल रहे हैं। जिस कारण गर्भवती महिलाओं व दुर्घटनाग्रस्त मरीजों को परेशानी उठानी पड़ रही है। गर्भवती महिलाओं को लाने व ले जाने के लिए कोई एंबुलैंस सुविधा मुहैया नहीं हो रही है, जिससे उनको प्राइवेट एंबुलैंस में अपनी जेबें कटवानी पड़ रही है। वहीं दुर्घटनाग्रस्त मरीजों को पीजीआई में ले जाने के लिए मजबूरन प्राइवेट एंबुलैंस में ले जाना पड़ता है। जिस कारण मरीज पर दोहरी मार पड़ती है।

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