सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
केएम राजकीय महाविद्यालय के एनएसएस के स्वयंसेवकों ने गांवों के स्कूल के विद्यार्थियों के साथ मिलकर पराली न जलाने के नारे लगाते प्रभात फेरी निकाली। जिनमें अमरगढ़, फरैण कलां, ढाकल, उझाना, बेलरखां, सुदकैन कलां, हमीरगढ़, खरल, धमतान, कालवन सहित डूमरखा के कन्या स्कूल की छात्राओं के साथ साफ-सुथरे वातावरण के लिए नित्य प्रति पौधारोपण करने एवं हरे-भरे पेड़-पौधों का संरक्षण करना के साथ-साथ पराली पॉलीथिन प्लास्टिक इत्यादि को न जला कर के पर्यावरण शुद्धि की अनुपालन के लिए जागृत किया। डूमरखां स्कूल प्राचार्य किताब सिंह मोर ने स्टाफ सदस्यों सहित प्रभात फेरी में भाग लेते हुए संकल्प किया कि वे किसानों को पराली ना जलाने के लिए प्रेरित करते रहेंगे। कालेज प्रो. जयपाल सिंह ने बताया कि जैविक विधि के द्वारा पराली से खाद तैयार किया जा सकता है और खेत की उर्वरा शक्ति को भी बढ़ाया जा सकता है। इस अभियान में छात्र विनय, विजय, गुरमीत, सोनाली, मोनिका, रिया, सुष्मिता, नताशा आदि द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में प्रभात फेरी निकलवाने में विशेष योगदान रहा।
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उन्होंने कहा कि किसानों को पराली न जला कर डी कंपोजर से पराली को माइक्रोप ऑर्गेनिक जम के द्वारा खाद में परिवर्तित करने की विधि को अपनाना चाहिए। इसके अतिरिक्त आम नागरिकों से अपील की कि वे शहरों, कस्बों और गांव के अंदर कूड़ेदानों के आसपास पड़े हुए पॉलीथिन, प्लास्टिक, कचरे इत्यादि को भी आग के हवाले ना करें, क्योंकि इन वस्तुओं का धुंआ भी प्रदूषण को बहुत अधिक बढाता है।
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