सत्य खबर,करनाल
करनाल के गांव घोघड़ीपुर एक पटाखा फैक्ट्री में मंगलवार देर शाम अचानक जोरदार धमाका हो गया। इससे फैक्ट्री में काम करने वाले तीन मजदूर बुरी तरह झुलस गए। उन्हें तुरंत एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां देर रात समाचार लिखे जाने तक गंभीर हालत होने के चलते तीनों जिंदगी और मौत के बीच जूझते रहे।
https://sat.magzian.com/%e0%a4%af%e0%a4%ae%e0%a5%81%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%8f%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b8%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%b8-%e0%a4%b5%e0%a5%87-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0/
हादसा इतना भीषण था कि फैक्ट्री में बने दो कमरों की छतें उड़ गई और चारों ओर मलबा बिखर गया। झुलसे मजदूर इस मलबे में दब गए, जिसके चलते उन्हें गंभीर चोट आईं। सूचना मिलते ही आनन-फानन में फायर बिग्रेड की तीन से तीन गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और करीब 20 मिनट की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया। हादसे से आसपास के लोगों में दहशत फैल गई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
बताया जा रहा है कि घोघडीपुर की बस्ती से करीब एक किलोमीटर पहले और करनाल रोड से करीब 500 मीटर दूर स्थित इस फैक्ट्री में अक्सर 15 से 20 लोग काम करते हैं। हर रोज की तरह मंगलवार देर शाम को भी मजदूर यहां काम कर रहे थे, तभी अचानक धमाका हो गया। धमाका इतना जोरदार था कि फैक्ट्री में बने कमरे व दीवारें टूटकर चकनाचूर हो गईं।
इधर तेज आवाज सुनकर आसपास के लोग वहां पहुंचे। इस बीच फैक्ट्री में बने कमरे और दीवारें ध्वस्त हो चुकी थीं। फैक्ट्री में कार्य कर रहे करीब 25 वर्षीय विजय, 28 वर्षीय शिवम पांडी व 22 वर्षीय विजय कुमार बुरी तरह झुलस गए। तीनों प्रवासी मजदूर बताए जा रहे हैं। फैक्ट्री मालिक के स्वजनों ने ही उन्हें आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया। देर रात तक पुलिस मामले की जांच कर रही थी तो वहीं झुलसे मजदूरों की हालत बेहद गंभीर बनी हुई थी। हादसे व मजदूरों को लेकर फैक्ट्री मालिक कुछ भी कहने से बच रहे हैं।
Aluminium scrap reduction strategies Aluminium recycling material traceability Metal reclamation and reprocessing solutions