हरियाणा

किसानों को समय पर नहीं दिए मुआवजा राशी के चेक

सत्यखबर सफीदों (महाबीर मित्तल) – किसानों के मामले में राजस्व विभाग पूरी तरह से लापरवाह है, इसकी बानगी उस वक्त सामने आई जब किसानों को उनकी फसल खराबा की मुआवजा राशी के चेक समय पर उन्हे नहीं मिले और जब उनको मुआवजे के चेक दिए तो उन चेकों की समयावधि समाप्त हो चुकी थी तथा किसानों को प्राप्त चेक उनके लिए केवल कागज के समान थे। हालात ये हैं कि किसान चेकों को उठाए अधिकारियों व पटवारियों के चक्कर काट रहे हैं लेकिन उनको कहीं से कोई रास्ता नहीं मिल रहा है।

राजस्व विभाग के अधिकारियों व पटवारियों की घोर लापरवाही के कारण किसानों में भारी रोष व्याप्त है। प्रशासन द्वारा निमनाबाद गांव के किसान साहब ङ्क्षसह का 13 हजार का चैक 12 मार्च 2019, किसान करनैल का 7150 रुपए का चैक 16 मार्च 2019, बलङ्क्षवद्र सिंह का 1046 का चैक 13 मार्च 2019 व 1200 रुपए का 12 मार्च 2019 को काटे हुए थे, वह पटवारी द्वारा 15 जून 2019 को चैक की समय अवधि पूरी होने से एक दिन पहले वितरित किए गए है। उन किसानों के साथ किसान गुरजेट सिंह, जानपाल सिंह, जोगा सिंह, छबेक सिंह, दर्शन सिंह सहित दर्जनों किसानों को भी कई चैक तीन माह की समय अवधि पूरी होने से एक दिन पहले वितरित किए गए है।

कुछ किसानों ने जब चैक शनिवार को ही बैंक में लगवाए तो बैंक द्वारा उनकी समय अवधि पूरी होने के कारण किसानों को चैक वापिस दे दिए गए। किसानों ने कहा कि वर्ष 2018 में धान फसल खराब होने के बाद करीब एक साल बाद उन्हें यह मुआवजा राशी के चैक मिलने के बाद कुछ आश जगी थी। जब कुछ किसानों ने देखा कि चैक की समय अवधि पूरी होने में एक-दो दिन ही बचा है और वह भी शनिवार व रविवार के दिन थे। साथ ही सोमवार की भी संत कबीर दास जयंती को लेकर बैंक की छुट्टी थी।

किसानों के आरोप है कि उन्हें जानबूझकर काफी समय निकलने बाद यह छुट्टी के दो दिनों से पहले यह चैक दिए गए है, ताकि किसान पैसे ना निकलवा सकें। इस तरह की लापरवाही बरतने वाले कर्मचारी या कोई अधिकारी है तो उस पर कार्यवाही होनी चाहिए। इस मामले में एसडीएम मनदीप कुमार का कहना है कि चैक बैंक द्वारा काटे गए है। उन्होंने बैंक मैनेजर से बात कर ली है। सभी किसानों को जल्द ही दोबारा चैक दिलवा दिए जाएंगे। किसान अपने चैक वापिस जमा करवा सकते है।

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