सत्य खबर, मुजफ्फ रनगर
मुजफ्फ रनगर जिले के राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में हो रही महापंचायत में किसानों के पहुंचने का सिलसिला जारी है। प्रदेश के अलावा हरियाणा व पंजाब से बड़ी संख्या में किसान यहां पहुंच रहे हैं। इस महापंचायत में महिलाएं भी बढ़चढक़र हिस्सा ले रही हैं। बता दें कि किसान महापंचायत में शामिल होने के लिए देर रात से ही यहां किसानों के पहुंचने का सिलसिला जारी हो गया था। हजारों की संख्या में किसान मुजफ्फरनगर के प्रत्येक मार्ग पर खाप पंचायतों व अलग-अलग किसान संगठनों के कार्यकर्ता व किसान राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान पर पहुंच रहे हैं। खास बात यह है कि यहां महिलाएं भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रही हैं। अलग-अलग किसान संगठनों, खाप पंचायतों की तरफ से महापंचायत में आने वाले लोगों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। वहीं अलग-अलग राजनीतिक दलों के द्वारा भी लंगर लगाए गए हैं। बताया जा रहा है कि यह पंचायत किसानों की अब तक की सबसे बड़ी महापंचायत होगी। ऐसे में लाखों की संख्या में किसानों के यहां पहुंचने की उम्मीद है।
सुरक्षा के दृष्टिगत यहां पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात है। कुछ अनहोनी न हो इसके लिए प्रशासन की तरफ से ड्रोन कैमरे से भी यहां नजर रखी जा रही है। किसान महापंचायत को लेकर एडीजी जोन राजीव सभरवाल लगातार स्वयं हर चीज पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं। एडीजी ने बताया कि खास तौर से ट्रैफिक व क्राउड मैनेजमेंट पर खास फोकस है। महापंचायत को लेकर सुरक्षा की दृष्टि से तमाम प्लानिंग खास तरह से की गई है। सुरक्षा के लिए पुलिस चप्पे-चप्पे पर भीड़ को नियंत्रित करने का काम करेगी। मेरठ जोन राजीव सभरवाल का कहना है कि ड्रोन कैमरों की मदद से भी निगरानी की जाएगी। सभी अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जा चुके हैं।
उन्होंने बताया कि महापंचायत जिस मैदान पर हो रही है वहां अतिरिक्त द्वार भी बनाए गए हैं ताकि वहां आने वाले किसानों को आने-जाने में कोई बाधा न हो। एडीजी ने बताया कि ऐसे अधिकारियों की भी ड्यूटी मुजफ्फरनगर में लगाई गई है जो कि पूर्व में यहां अपनी सेवाएं दे चुके हैं। उन्होंने बताया कि महापंचायत में जो लोग वाहनों से पहुंचेंगे। उनके लिए अलग-अलग कुल पांच मेजर पार्किंग ग्राउंड बनाए गए हैं। इन स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से आने वाले किसानों के लिए अलग व्यवस्था रहेगीए जबकि बसों के लिए अलग पार्किंग स्थल बनाया गया है, जबकि वहीं कारों के लिए अलग पार्किंग व्यवस्था की गई है। एडीजी ने कहा कि चूंकि गैर राज्यों से भी किसान पंचायत में किसानों के पहुंचने की जानकारी है। इसलिए पहले से ही पुलिसकर्मियों को इस तरह से तैनात किया गया है ताकि आवाजाही बाधित न हो। एडीजी ने कहा कि आयोजनकर्ताओं से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं।
किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं हो पाएगी। संयुक्त किसान मोर्चा एसकेएम ने शनिवार को दावा किया था कि 15 राज्यों के हजारों किसानों ने आज होने वाली किसान महापंचायत में हिस्सा लेने के लिये उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में पहुंचना शुरू कर दिया है। एसकेएम ने एक बयान में कहा कि पांच सितंबर की महापंचायत योगी-मोदी सरकार को किसानों, खेत मजदूरों और कृषि आंदोलन के समर्थकों की शक्ति का एहसास कराएगी। मुजफ्फरनगर महापंचायत पिछले नौ महीनों में अब तक की सबसे बड़ी महापंचायत होगी। बयान में कहा गया है कि किसानों के वास्ते भोजन की व्यवस्था के लिए 500 लंगर सेवाएं शुरू की गई हैं। जिसमें सैकड़ों ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर चलने वाली मोबाइल लंगर प्रणाली भी शामिल है।
महापंचायत में भाग लेने वाले किसानों के लिए 100 चिकित्सा शिविर भी लगाए गए हैं। पंजाब के कुल 32 किसान संघों ने राज्य सरकार को प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामले वापस लेने के लिए 8 सितंबर की समय सीमा दी है। एसकेएम ने कहा कि अगर मामले वापस नहीं लिए गए तो किसान 8 सितंबर को बड़े विरोध प्रदर्शन की रूपरेखा तैयार करेंगे। इस बीच भारतीय किसान यूनियन के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने मुजफ्फरनगर में बताया कि पूर्वी उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा समेत देश के विभिन्न हिस्सों से सैकड़ों किसान महापंचायत में हिस्सा लेने के लिये पहुंचने लगे हैं।
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उन्होंने बताया कि बीकेयू महासचिव युद्धवीर सिंह भी किसान महापंचायत में शामिल होने पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि राकेश टिकैत समेत अन्य वरिष्ठ नेता भी इसमें शामिल होंगे। राकेश टिकैत के बेटे चरण सिंह टिकैत ने कहा कि उनके पिता तब तक घर नहीं आएंगे, जब तक सरकार तीन कृषि कानूनों को वापस नहीं ले लेती। इस बीच मुजफ्फरनगर जिले के अधिकारियों ने महापंचायत के मद्देनजर सभी शराब की दुकानों को बंद करने का आदेश दिया है।
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